बुद्ध पूर्णिमा एक विशेष दिन है जो भगवान बुद्ध के जन्म, ज्ञानोदय और परिनिर्वाण का प्रतीक है. यह शांति और दयालुता की उनकी शिक्षाओं को याद करने का समय है. अपने लिविंग रूम में चलने की कल्पना करें और एक शांत बुद्ध प्रतिमा को अपनी ओर मुस्कुराते हुए देखें. यह उस शांतिपूर्ण एनर्जी को अपने घर में लाने का एक शानदार अवसर है. विजयंत छाबरा,एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (अर्मोनिया ‘डेकॉर एंड गिफ्ट्स’) ने कहा "आगामी 23 मई को बुद्ध पूर्णिमा है और इस खास अवसर पर हम आपको बुद्धा होम डेकॉर की अलग-अलग स्किल लेकर आए हैं, जो आपके रहने की जगह में पॉजिटिव एनर्जी जोड़ने में कैसे मदद कर सकती हैं."
आप बुद्धा शोपीस को शेल्फ, मेंटलपीस, कॉफी टेबल या साइड टेबल कॉर्नर पर रखकर किसी भी कमरे को बेहतर बना सकते हैं. शांतिपूर्ण माहौल बनाने के लिए, डेकोरेटिव कैंडल स्टैंड में रखी कुछ सुगंधित मोमबत्तियों से मूर्ति को सजाएं.
अपने घर में एक समर्पित मैडिटेशन कोना बनाएं और पर बुद्धा वाटर फाउंटेन को एक छोटी वेदी या शेल्फ पर रखें. आप फ्लोर पर भी बुद्धा वाटर फाउंटेन रख सकते है. बहते पानी की आवाज से आराम का एहसास होता है और तनाव कम होता है. यह आपको मैडिटेशन रूटीन बनाने और आंतरिक शांति पाने में मदद कर सकता है.
अपने घर की एक विशेष स्पॉटलाइट दीवार पर बुद्धा वाल पेंटिंग, 3डी पेंटिंग, कैनवस या मेटल आर्ट में अलग-अलग बुद्धा कांसेप्ट को प्रदर्शित करके अपने घर के माहौल को बदल दें. इसे और भी अधिक अलग दिखाने के लिए, हैंगिंग लाइट फीचर या डेकोरेटिव एक्सेंट लाइटिंग से इस पर ध्यान आकर्षित करें.
हरियाली के बीच बुद्धा की मूर्ति रखकर अपने बगीचे या बाहरी स्थान को एक शांत वातावरण में बदल दें. प्रतिमा द्वारा निर्मित शांत वातावरण आपको तनावमुक्त करने में मदद करेगा, जिससे आप अपने डेली लाइफ में शांति और स्पष्टता पा सकेंगे.
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