संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस भारतीय रेलवे की पहली नॉन-एसी सुपरफास्ट ट्रेन है, जो आधुनिक कोच से लैस है और हाई-स्पीड ट्रैक पर चलती है. यही वजह है कि इसे आम आदमी की राजधानी के नाम से जाना जाता है.
संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस का किराया राजधानी एक्सप्रेस की तुलना में लगभग आधा है. राजधानी में जहां थर्ड एसी का न्यूनतम किराया लगभग 2400 रुपये है, वहीं संपूर्ण क्रांति में यह केवल 1350 है. इसके बावजूद इस ट्रेन की रफ्तार फरक्का एक्सप्रेस जैसी अन्य ट्रेनों की तुलना में दोगुनी है.
यह ट्रेन पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल से शाम 7:25 बजे चलकर अगले दिन सुबह 7:55 बजे दिल्ली पहुंचती है. 12 घंटे 30 मिनट के इस सफर में सिर्फ चार प्रमुख स्टॉपेज हैं. संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस को 17 फरवरी 2002 को लॉन्च किया गया था.
लॉन्च होने के बाद शुरुआत में यह ट्रेन 110-120 किमी/घंटा की रफ्तार से चलती थी. 2015 में इसे आधुनिक एलएचबी कोच से लैस किया गया, जिससे इसकी रफ्तार 130 किमी/घंटा हो गई. अब यह ट्रेन राजधानी जैसी ट्रेनों को भी टक्कर देती है.
मुगलसराय और दिल्ली के बीच संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस केवल 8 घंटे 50 मिनट में सफर पूरा करती है. इसकी रफ्तार और कम स्टॉपेज ने इसे अन्य ट्रेनों के मुकाबले सबसे बेहतर ऑप्शन बना दिया है. पर्व-त्योहार के इतर भी इस ट्रेन में टिकटों के लिए मारामारी रहती है.
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