ब्रेन ट्यूमर एक गंभीर बीमारी है जो ब्रेन में असामान्य रूप से बढ़े हुए सेल्स के कारण होती है. यह डायबिटीज और कैंसर के बाद एक आम बीमारी बनती जा रही है. ब्रेन ट्यूमर के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ को लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं. आज हम आपको ब्रेन ट्यूमर के 5 रिस्क फैक्टर के बारे में जानकारी देंगे, जिन्हें आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. चलिए जानते हैं.
लाइफस्टाइल के कुछ फैक्टर, जैसे प्रोसेस्ड फूड का ज्यादा सेवन और या फलों व सब्जियों का कम सेवन, शारीरिक गतिविधि की कमी, जैसी चीजें ब्रेन ट्यूमर के विकास में योगदान कर सकते हैं.
कुछ लोग आनुवंशिक रूप से ब्रेन ट्यूमर के शिकार हो सकते हैं. उदाहरण के लिए, न्यूरोफाइब्रोमैटॉसिस टाइप 1 या 2, ली-फ्रामेनी सिंड्रोम या टरकोट सिंड्रोम जैसी कुछ विरासत में मिली स्थितियां ब्रेन ट्यूमर के विकास के खतरे को बढ़ाती हैं.
कुछ केमिकल या टॉक्सिन, जैसे कीटनाशकों या सॉल्वैंट्स के संपर्क में आने से ब्रेन ट्यूमर विकसित होने का खतरा बढ़ सकता है.
बचपन में रेडिएशन एक्सपोजर, जैसे कि कैंसर के इलाज के लिए विकिरण थेरेपी, ब्रेन ट्यूमर के जोखिम को बढ़ा सकता है.
ब्रेन ट्यूमर का खतरा उम्र के साथ बढ़ता है. बच्चों और युवा वयस्कों में ब्रेन ट्यूमर होने की संभावना कम होती है, जबकि बुजुर्गों में यह अधिक होती है.
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