Advertisement
trendingPhotos2588201
photoDetails1hindi

HMPV और कोरोना ही नहीं, इन 5 बीमारियों ने भी जमकर बरपाया कहर; लाखों लोगों की हुई मौत

कोरोना महामारी के पांच साल बाद चीन में अब एक और रहस्यमयी बीमारी HMPV (ह्यूमन मेटाप्नूमोवायरस) ने दस्तक देकर दुनिया भर के लोगों को डरा दिया है. कोरोना की तरह ही यह वायरस भी सांस से जुड़ी समस्याओं का कारण बन रहा है और तेजी से फैल रहा है. लेकिन क्या आप जानते हैं, बीते कुछ वर्षों में ऐसी कई बीमारियां आईं, जिन्होंने लाखों लोगों की जान ली और इंसानियत को झकझोर कर रख दिया. इबोला वायरस से लेकर स्वाइन फ्लू तक, ये बीमारियां सिर्फ मौत ही नहीं, बल्कि खौफ की कहानियां भी पीछे छोड़ गईं. आइए, जानें उन घातक महामारियों के बारे में, जिन्होंने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया.

इबोला वायरस

1/5
इबोला वायरस

इबोला वायरस ने 2014-16 के दौरान पश्चिमी अफ्रीका में भयावह तबाही मचाई. यह बीमारी मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्ति के शरीर के तरल पदार्थों के संपर्क में आने से फैलती है. इस वायरस के कारण लगभग 11 हजार लोगों की मौत हुई. इबोला का प्रभाव इतना घातक था कि यह कई देशों में स्वास्थ्य आपातकाल की स्थिति पैदा कर गया.

जीका वायरस

2/5
जीका वायरस

2015-16 में जीका वायरस ने दक्षिण और मध्य अमेरिका में भारी तबाही मचाई. यह बीमारी मच्छरों के जरिए फैलती है और गर्भवती महिलाओं में यह भ्रूण को गंभीर नुकसान पहुंचाने के लिए जानी जाती है. जीका वायरस के चलते हजारों नवजात बच्चों में माइक्रोसेफली (छोटा सिर) जैसी जन्मजात बीमारियां देखने को मिलीं.

स्वाइन फ्लू (H1N1)

3/5
स्वाइन फ्लू (H1N1)

2009 में, स्वाइन फ्लू की महामारी ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया. यह इन्फ्लूएंजा वायरस के H1N1 स्ट्रेन के कारण होता है. इस महामारी के दौरान करीब 2,84,000 लोगों की मौत हुई. यह वायरस इंसानों से इंसानों में तेजी से फैलता है और गंभीर श्वसन संक्रमण का कारण बनता है.

मंकीपॉक्स

4/5
मंकीपॉक्स

2022 में मंकीपॉक्स ने दुनिया भर में अचानक खतरनाक रूप ले लिया. यह चेचक जैसी बीमारी है, जो संक्रमित जानवरों या इंसानों के संपर्क में आने से फैलती है. त्वचा पर दर्दनाक घाव और बुखार इसके प्रमुख लक्षण हैं.

ब्लैक फंगस (म्यूकोरमायकोसिस)

5/5
ब्लैक फंगस (म्यूकोरमायकोसिस)

कोरोना महामारी के दौरान ब्लैक फंगस का प्रकोप भी देखने को मिला. यह बीमारी कमजोर इम्यूनिटी वाले मरीजों में तेजी से फैलती है. खासकर कोविड-19 के बाद इसके मामलों में उछाल आया, जिसमें आंखों और दिमाग पर गंभीर प्रभाव पड़ा.

ट्रेन्डिंग फोटोज़