Calciferol Rich Foods: कैल्सिफेरोल एक बेहद अहम विटामिन है जिसे विटामिन डी (Vitamin D) कहा जाता है. आमतौर पर इसे सूरज की रोशनी के जरिए हासिल किया जा सकता है, लेकिन कई बार सर्दियों में धूप न निकलने की वजह से आपको कुछ फूड्स खाने की जरूरत पड़ती है. अगर इसकी कमी हो जाए तो बच्चों को रिकेट्स नामक बीमारी हो जाती है. इसमें बच्चों की हड्डियां मुलायम हो जाती है, जिससे उनकी टांग कर्व शेप की दिखने लगती है. साथ ही इस पोषक तत्व की मौजूदगी से कैल्शियम के एब्जॉर्ब्शन में मदद मिलती है जो हड्डियों की मजबूत करते हैं. आइए जानते हैं कि इस परेशानी से बचने के लिए आपको अपने बच्चों को कौन-कौन से कैल्सिफेरोल रिच फूड्स खिलाने होंगे.
फैटी फिश (Fatty fish) में साल्मन (Salmon) को कैल्सिफरोल का बेहतरीन सोर्स माना जाता है, ये मछली आमतौर पर अटलांटिक और पैसिफिक महासागर से सटे देशों में पाई जाती है. अगर आप 100 ग्राम साल्मन खाएंगे तो रोजाना की जरूरत का 56 फीसदी विटामिन डी मिलेगा.
मछली के तेल को कॉड लिवर ऑयल कहा जाता है है जो एक पॉपुलर सप्लिमेंट है. अगर आपको मछली खाना पसंद नहीं है जो आप इस तेल के जरिए जरूरी न्यूट्रिएंट हासिल कर सकते हैं. अगर आप एक छोटा चम्मच मछली का तेल खाएंगे तो डेली नीड का 56 फीसदी कैल्सिफरोल हासिल होगा.
आप अंडे को इसलिए खाते हैं ताकि शरीर में कभी भी प्रोटीन की कमी न हो, लेकिन शायद आप ये बात नहीं जानते होंगे कि इसकी जर्दी में विटामिन डी पाया जाता है. एक मिडियम साइज के अंडे की जर्दी में रोजाना की जरूरत का 5 फीसदी कैल्सिफरोल होता है.
मशरूम (Mushroom) भले ही एक महंगा फूड है लेकिन इसमें पोषक तत्वों की कोई कमी नहीं होती. अगर आप एक कप मशरूम खाएंगे तो आपको रोजाना की जरूरत का तकरीबन 17 फीसदी कैल्सिफरोल (Calciferol) मिलेगा.
ओट्स एक बेहद हेल्दी डाइट है जिसे आमतौर पर नाश्ते के वक्त खाया जाता है. अगर आप एक कप ओट्स खाएंगे तो रोजाना की जरूरत का 18 फीसदी कैल्सिफरोल मिलेगा. वजन कम करने वाले और डायबिटीज के मरीज अक्सर इस फूड का सेवन करते हैं.
(Disclaimer:प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मक़सद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.)
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