ओडिशा की रहने वाली आईपीएस काम्या मिश्रा (IPS Kamyaa Misra) ने अपने पहले ही अटेंप्ट में देश की सबसे कठिन यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास करके दूसरों के लिए एक मिसाल कायम की है.
वीआईपी पार्टी के चीफ मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या के केस में बिहार पुलिस ने पटना से आई अफसर को जांच सौंपी है. मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी हत्याकांड की जांच दरभंगा की ग्रामीण एसपी काम्या मिश्रा को सौंपी गई है.
बिहार में उनकी पहली पोस्टिंग पटना में असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर (ACP) के रूप में हुई थी. साल 2021 में, काम्या ने अवधेश सरोज से शादी की, जो बिहार कैडर के एक आईपीएस अधिकारी और आईआईटी बॉम्बे के पूर्व छात्र हैं.
काम्या मिश्रा ने साल 2019 में अपने पहले अटेंप्ट में 172वीं रैंक हासिल करते हुए यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की थी. उन्होंने 22 साल की उम्र में ही भारतीय पुलिस सेवा (IPS) जॉइन कर ली थी.
जहां उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास करने की यात्रा शुरू करने का फैसला किया. यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में उनका ऑप्शनल सब्जेक्ट पॉलिटिकल साइंस ही था.
उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई ओडिशा के केआईआईटी इंटरनेशनल स्कूल से की. इसके बाद, उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्री राम कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की.
काम्या बचपन से ही एक मेधावी छात्रा थीं. वह 2014 में अपनी कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा में 98.6% अंकों के साथ सीबीएसई रीजनल टॉपर थीं.
ट्रेन्डिंग फोटोज़