शीइजअमेजन: महिला अमेजनियंस जेंडर रूढ़िवादिता को दे रही हैं चुनौती
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शीइजअमेजन: महिला अमेजनियंस जेंडर रूढ़िवादिता को दे रही हैं चुनौती

अमेज़न इंडिया के #शीइज़अमेज़ॅन अभियान का दूसरा संस्करण, इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की थीम - "एम्ब्रेस इक्विटी" के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य है कंपनी द्वारा वर्कफोर्स में महिलाओं के लिए बढ़ते अवसरों और स्थायी विकास पथ बनाने पर केंद्रित क़दमों पर रौशनी डालना.

शीइजअमेजन: महिला अमेजनियंस जेंडर रूढ़िवादिता को दे रही हैं चुनौती

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं की ऐतिहासिक अविश्वसनीय उपलब्धियों को सेलिब्रेट करने और उनके सामने आने वाली चुनौतियों और बाधाओं को पहचानने का दिन है. महिलाओं में कॉर्पोरेट क्षेत्रों में अमूल्य योगदान देने की क्षमता है, और समानता और समावेशन को प्राथमिकता देकर, कंपनियां इस क्षमता का पूरा फायदा उठा सकती हैं. यह लक्ष्य महिलाओं के लिए विकास के पथ पर आगे बढ़ने के सक्रिय अवसर प्रदान कर प्राप्त किया जा सकता है जिसमे शामिल हैं करियर विकास , नेतृत्व विकास, मेंटरशिप, और सकारात्मक और सहानुभूतिपूर्ण कार्यस्थल का निर्माण. 

समावेशिता और विविधता को आगे बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, अमेज़ॅन हमेशा ऐसे तरीकों की तलाश करता रहता है जिससे ऐसे लोगों का प्रतिनिधित्व बढे जिन्हें कम अवसर मिलते हैं और विविध समुदाय को सशक्त बन सके और इसमें बढ़ोतरी होने पर उसके परिणाम साफ़ नज़र आने लगे. अमेज़ॅन ने वर्कफोर्स में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बढ़ावा देने के लिए पिछले कुछ वर्षों में कई उपक्रम लागू किए हैं. 

भविष्य में वीमेन लीडर्स की निरंतरता को बनाये रखने और नियुक्ति, रिटेनिंग, और उनके विकास जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों से सम्बंधित 'पिनैकल' और 'कैटापुल्ट' जैसे कार्यक्रम शुरू किए गए. 'कॉन्शियस कीपर' नामक कार्यप्रणाली इसका एक उदाहरण है , जिसमें किसी एकपक्षीय चर्चा में कोई तटस्थ पक्ष रखा जाता है ताकि निष्पक्षता और समानता सुनिश्चित हो.  टैलेंट रिव्यू के दौरान अंतर्निहित पूर्वाग्रहों का मुकाबला करने के लिए यह अमेज़ॅन द्वारा उठाया गया एक कदम है. इसके अतिरिक्त, अमेज़ॅन ने नई माताओं के फिर से कार्य पर वापस आने में सहायता करने के लिए रैंप बैक जैसे कदम भी उठाये गए हैं.

अमेज़न इंडिया के #शीइज़अमेज़ॅन अभियान का दूसरा संस्करण, इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की थीम - "एम्ब्रेस इक्विटी" के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य है कंपनी द्वारा वर्कफोर्स में महिलाओं के लिए बढ़ते अवसरों और स्थायी विकास पथ बनाने पर केंद्रित क़दमों पर रौशनी डालना. यह अभियान उन महिलाओं पर रौशनी डालता है जो नवाचार (इनोवेशन) में सबसे आगे रही हैं और जो कंपनी में दूसरों के लिए एक रोल मॉडल या प्रेरणा हैं. 

इस अभियान के साथ एक वीडियो में जिसका नाम है 'सैसी टेक्स ऑन जेंडर स्टीरियोटाइप्स' में अमेज़न पर महिलाओं के एक विविधतापूर्ण समूह को दिखाया गया है जो उनके अपने तरीके से लैंगिक रूढ़िवादिता को चुनौती देता हैं. पारंपरिक रूप से पुरुष-प्रधान माने जाने वाले क्षेत्रों में भी महिलाएं अपनी उपस्थिति दर्ज कराती हैं, जैसे ड्राइविंग, राजनीति, बोर्डरूम और यहां तक कि अंतरिक्ष में भी. वे इस धारणा को भी चुनौती देती हैं कि ड्राइविंग और खाना पकाने जैसे कुछ ख़ास क्षेत्रों में महिलाएं पुरुषों की तुलना में कम कुशल हैं.

यह वीडियो महिलाओं को खुद की पहचान बनाने और जजमेंट के डर के बिना अपने पैशन को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करता है. यह इस संदेश को बढ़ावा देता है कि महिलाएं जहां भी रहने का फैसला लेती हैं, वहां अपना मुकाम हासिल कर लेती हैं और उनमें अपने भाग्य को बनाने की क्षमता है. यह अभियान महिलाओं की अद्वितीय ताकत और योगदान को सेलिब्रेट करता है और उन्हें सामाजिक मानदंडों और अपेक्षाओं से मुक्त होने के लिए प्रोत्साहित करता है.

Disclaimer: Above mentioned article is a Consumer connect initiative, This article does not have journalistic/editorial involvement of IDPL, and IDPL claims no responsibility of this article

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