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Astro Tips For Laddu Gopal: हिंदू धर्म शास्त्रों में लगभग सभी घरों में लड्डू गोपाल विराजित किए जाते हैं. शास्त्रों में लड्डू गोपाल को घर में स्थापित करने के कुछ नियमों का जिक्र किया गया है. बता दें कि लड्डू गोपाल भगवान श्री कृष्ण का बाल रूप ही हैं. इन्हें घर में स्थापित करने के साथ-साथ कुछ जरूरी बातों का खास ध्यान रखना बेहद जरूरी है. घर में लड्डू गोपाल का ध्यान परिवार के एक सदस्य की तरह रखा जाता है. घर के मंदिर में स्थापित करना ही काफी नहीं होता. बल्कि उन्हें परिवार में एक सदस्य की तरह रखा जाता है. लड्डू गोपाल की विशेष कृपा पाने के लिए ज्योतिष शास्त्र में बताए गए कुछ नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है.
लड्डू गोपाल के सेवा करते समय रखें इन बातों का ध्यान
- अगर आपने भी घर में लड्डू गोपाल स्थापित किए हुए हैं, तो उन्हें नियमित रूप से स्नान कराना चाहिए. ऐसी मान्यता है कि उन्हें शंख से स्नान कराना उचित रहता है. हिंदू शास्त्रों के अनुसार लड्डू गोपाल को शंख में दूध, दही, गंगाजल और घी डालकर स्नान कराना चाहिए.
इसके साथ ही, स्नान करवाते समय इस बात का ध्यान रखें कि इस पानी को तुलसी के पौधे में विसर्जित कर देना चाहिए. इसके बाद उन्हें एक बच्चे की तरह तैयार किया जाता है. नियमित रूप से उनके वस्त्र बदले जाते हैं. चंदन का टीका लगाया जाता है. इतना ही नहीं, लड्डू गोपाल को मौसम के अनुसार ही वस्त्र पहनाएं जाते हैं.
2. इसके साथ ही, लड्डू गोपाल को दिन में चार बार भोग लगाया जाता है. उन्हें माखन मिश्री, लड्डू, खीर, हलवे का प्रसाद आदि अर्पित किया जाता है. बता दें कि लड्डू गोपाल को माखन सबसे ज्यादा प्रिय होता है. वहीं, घऱ में बना सात्विक भोजन का भी भोग लगा सकते हैं. ऐसी मान्यता है कि जिस तरह छोटे बच्चे को बार-बार भूख लगती है, वैसे ही लड्डू गोपाल को थोड़ी-थोड़ी देर में भूख लगती है. इसलिए उन्हें समय-समय पर भोजन कराना चाहिए.
3. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बाल गोपाल को घर का सबसे छोटा सदस्य माना गया है. अगर घर में बाल गोपाल की स्थापना की है, तो समझ लें कि घर में किसी नन्हें बालक को रखा है. इसलिए उनका ख्याल छोटे बच्चे की तरह रखा जाता है. शास्त्रों के अनुसार लड्डू गोपाल को कभी भी घर में अकेला नहीं छोड़ना चाहिए. ऐसे में आप जब भी घर से बाहर जाएं, तो उन्हें साथ लेकर जाएं.
4. लड्डू गोपाल को जब भी भोग लगाएं, तभी उनकी आरती की जाती है. दिन में तीन बार लड्डू गोपाल की आरती करना अनिवार्य माना गया है.
5. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आरती के बाद लड्डू गोपाल को अपने हाथों से भोग लगाएं और लोरी गाते हुए झूला झुलाएं. इस समय झूले में लगे पर्दे को बंद करना बिल्कुल न भूलें. इसके साथ ही, रात को बाल गोपाल को सुलाने के बाद ही सोएं. इससे भगवान प्रसन्न होते हैं और घर पर उनकी कृपा बनी रहती है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)