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Ganesh Idol Direction: सनातन धर्म में गणेश पूजा का विशेष महत्व बताया गया है. मान्यता है कि अगर किसी भी शुभ और मंगल कार्य की शुरुआत गणेश पूजन से की जाए, तो वे सभी कार्य निर्विघ्न पूरे होते हैं और उस कार्य में सफलता मिलती है. कोई भी शुभ कार्य में गणेश भगवान की पूजा की जाती है, जिसके बाद ही कोई शुभ कार्य शुरू किया जाता है.
हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी की शुरुआत होती है और दस दिवसीय इस महोत्सव का समापन गणेश विजर्सन पर होता है. बता दें कि इस गणेश चतुर्थी अगर आप भी घर में बप्पा विराजित करने वाले हैं, तो बप्पा को स्थापित करने की सही दिशा के बारे में जान लेना बहुत जरूरी है.
वास्तु अनुसार इस दिशा में स्थापित करें बप्पा
कार्यस्थल पर ऐसी हो प्रतिमा
ऑफिस में अगर भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करनी है तो उनकी खड़ा प्रतिमा या चित्र का चुनाव करें, इससे वास्तु दोष दूर होते हैं. वहीं एक और बात का ख्याल जरूर रखें कि बप्पा का मुख दक्षिण दिशा में ना हो, इससे लाभ की जगह दोष का सामना करना पड़ सकता है.
जानें किस रंग की मूर्ति करनी चाहिए स्थापित
भगवान गणेश की मूर्ति के रंग के बारे में भी वास्तु शास्त्र में विस्तार से बताया गया है. यदि घर में गणेश भगवान की प्रतिमा स्थापित करनी है तो सफेद रंग का चुनाव करें. इससे वास्तु दोषों से मुक्ति मिलने में मदद मिलती है. वहीं घर के लिए सिंदूरी रंग की मूर्ति को भी सही बताया गया है, इससे व्यक्ति को कई प्रकार के लाभ की प्राप्ति होती है. वहीं बच्चों की शिक्षा क्षेत्र में सफलता चाहिए तो पीले या फिर हल्के हरे रंग की बप्पा की प्रतिमा को स्टडी टेबल पर स्थापित करें.
जानें सही दिशा
वास्तु शास्त्र में किसी भी चीज को रखने के लिए उसकी सही दिशा के कुछ नियम हैं. भगवान गणेश की मूर्ति या प्रतिमा को घर के उत्तर पूर्वी कोने में ही स्थापित करें. साथ इस बात का जरूर ख्याल रखें कि गलती से भी इनकी मूर्ति या प्रतिमा को दक्षिण दिशा में ना रखें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)