Dhoop देने के हैं कई फायदे, सही तरीका दिलाता है पूरा लाभ
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Dhoop देने के हैं कई फायदे, सही तरीका दिलाता है पूरा लाभ

हिंदू धर्म में लगभग सभी की पूजाओं में धूप-दीप लगाया जाता है, ताकि माहौल में सकारात्‍मक ऊर्जा का संचार हो. लिहाजा धूप देने का सही तरीका मालूम होना बहुत जरूरी है. 

(फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली: घर से नकारात्‍मक ऊर्जा बाहर निकालने और सकारात्‍मक ऊर्जा का संचार करने के लिए धूप देना (Dhoop Dena) बहुत अहम माना गया है. हिंदू धर्म में कोई भी पूजन कार्य बिना धूप-दीप (Dhoop-Deep) के संपन्‍न नहीं होता. इतना ही नहीं रोजाना सुबह की पूजा और संध्‍यावंदन में भी धूप-दीप को अनिवार्य बताया गया है.  

  1. घर से नकारात्‍मक ऊर्जा को बाहर निकालती है धूप 
  2. रोजाना धूप लगाने से खत्‍म होते हैं वास्‍तुदोष, गृहकलह 
  3. घर के लोग निरोगी और सुखी रहते हैं 

धूप के प्रकार और लाभ 

धूप (Incense) कई प्रकार की होती है, जैसे - षोडशांग धूप, दशांग धूप, मिश्रित धूप, गुड़ और घी की धूप, गुग्गल की धूप, कर्पूर की धूप और लोबान की धूप. वहीं धूप देने से घर की नकारात्‍मक ऊर्जा (Negative Energy) बाहर निकल जाती है और घर में सकारात्‍मकता (Positivity) आती है. धूप वास्‍तुदोषों को भी खत्‍म करने वाली है. धूप देने से घर के सभी लोग सुखी और शांत रहते हैं. धूप मन को शांति देती है. इसके अलावा धूप से देवदोष, पितृदोष, वास्तुदोष, ग्रहदोष आदि मिट जाते हैं. घर के लोग निरोगी रहते हैं. सदस्‍यों के बीच झगड़े-कलह नहीं होते. आकस्मिक दुर्घटनाएं नहीं होतीं. ग्रह-नक्षत्रों से होने वाले छिटपुट बुरे असर भी धूप देने से दूर हो जाते हैं. धूप देने से देवता और पितृ प्रसन्‍न होते हैं और आर्शीवाद देते हैं. 

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धूप देने का सही तरीका और नियम 

चूंकि धूप देने के कई लाभ हैं, ऐसे में इसका फायदा मिले इसके लिए जरूरी है कि धूप सही तरह से लगाई जाए. धूप विभिन्‍न सामम्रियों को मिलाकर बनाई जाती है और फिर उसे जलाकर धूप दी जाती है. इसके लिए धूप को लकड़ी पर या कंडे पर रखकर जलाया जाता है. हालांकि आमतौर पर गुग्गुल-कर्पूर और गुड़-घी की धूप ही ज्‍यादा दी जाती है. इसके अलावा बाजार में मिलने वाली धूप का भी लोग काफी उपयोग करते हैं. धूप देते समय कुछ बातों का ध्‍यान रखना बहुत जरूरी है. 

- वैसे तो धूप देने से मिलने वाले सभी लाभ पाने के लिए रोज धूप देना चाहिए. यदि ऐसा न हो पाए तो तेरस, चौदस, अमावस्या और तेरस, चौदस, पूर्णिमा को सुबह-शाम धूप जरूर देना चाहिए. दोनों समय धूप देना इसलिए जरूरी है क्‍योंकि माना जाता है कि सुबह दी जाने वाली धूप देवगणों और शाम को दी जाने वाली धूप पितरों के लिए होती है. वैसे शाम को भी देवों को धूप दी जा सकती है. 

- धूप देने के पूर्व घर की अच्‍छे से सफाई कर लें. गंदे घर में कभी भी धूप नहीं देना चाहिए. खुद भी धूप देने से पहले स्‍नान कर लें. 

- धूप हमेशा ईशान कोण में ही दें. इसके बाद उसे पूरे घर में घुमाएं ताकि घर के सभी कमरों में धूप की सुगंध फैल जाए. धूप देने के दौरान और उसका असर रहने तक सुनिश्चित करें कि घर में किसी भी प्रकार का संगीत न बजे. साथ ही कोशिश करें कि घर में मौजूद लोग उस समय कम से कम बात करें. 

(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इनकी पुष्टि नहीं करता है.)

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