Chhath Puja 2024: पौराणिक मान्यता है कि छठ का प्रसाद लेना और देना धर्म का कार्य माना जाता है. ऐसे में पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक छठ का प्रसाद मांग कर खाने की भी परंपरा है.
Trending Photos
Chhath Puja 2024: सूर्य उपासना का महापर्व छठ का आज तीसरा दिन है. आज के दिन व्रती जल में खड़े होकर सूर्य को अर्ध्य अर्पित कर रहे हैं. इस दौरान सुख और शांति की कामना कर रहे हैं. आज के दिन व्रती सूप से भरे फल, ठेंकुआ और फूल हाथों में लेकर डूबते सूर्य की उपासना कर रहे हैं. शाम के वक्त व्रती तब तक जल में खड़े रहेंगे जबतक कि सूर्य देव अस्त न हो जाएं.
व्रती लोग घर करेंगे प्रस्थान
सूर्य देव के अस्त होते ही व्रती जल से निकलकर सीधा घर की ओर प्रस्थान करेंगे. घर पहुंचकर आज महिलाएं सूर्य देव की आराधना में उनके लिए गीत भी गाएंगी. आज की रात महिलाएं पूरी रात जागेंगी. इस दौरान प्रसाद से जुड़े अन्य समाग्रियों का भी बनाने का प्रबंध किया जाएगा.
गद्दे पर नहीं सो सकते हैं व्रती
अगर कोई व्रती सोते हैं तो नियम के मुताबिक वह गद्दे या पलंग पर नहीं सो सकते हैं. व्रतियों को या तो जमीन पर चादर बिछा कर या कम्बल बिछा कर सोना होता है. हालांकि ग्रामीण इलाकों में व्रती पुआल भी बिछा कर सोते हैं. माना जाता है कि ऐसा करने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं और मनवांछित फल मिलता है.
बच्चे दबाएंगे व्रतियों के पैर
आज की रात घर के बच्चे या व्रती से छोटे लोग उनका पैर दबाएंगे. मान्यता के मुताबिक ऐसा करने से भगवान भास्कर प्रसन्न होते हैं. पूरी रात चहल-पहल के बाद सभी लोग कल सुबह उगते सूर्य को जल देने के लिए घाट पर पहुंचेंगे जहां सूर्य भगवान को अर्ध्य और हवन करके पूजा का समापन करेंगे.
प्रसाद लेना और देना दोनों धर्म का कार्य
पूजा के बाद लोगों के बीच प्रसाद का वितरण किया जाएगा. प्रसाद के तौर पर लोगों को ठेंकुआ और फल मिलेगा. ऐसी मान्यता है कि छठ के दौरान प्रसाद देने से और लेने से भी भगवान सूर्य खुश होते हैं. इस कारण कहा जाता है कि प्रसाद मांगकर भी लें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)