Dudheshwar Nath Temple : दिल्‍ली-NCR का अद्भुत शिव मंदिर जिसके कुएं का पानी दूध जैसा, गाय करती थी शिवलिंग का अभिषेक
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Dudheshwar Nath Temple : दिल्‍ली-NCR का अद्भुत शिव मंदिर जिसके कुएं का पानी दूध जैसा, गाय करती थी शिवलिंग का अभिषेक

Dudheshwara Nath Temple Ghaziabad : दिल्‍ली-एनसीआर में कुछ प्राचीन और अद्भुत शिव मंदिर हैं. इनमें से एक है गाजियाबाद स्थित दूधेश्‍वर नाथ मंदिर, जिसके रहस्‍य सभी का हैरान कर देते थे. 

Dudheshwar Nath Temple : दिल्‍ली-NCR का अद्भुत शिव मंदिर जिसके कुएं का पानी दूध जैसा, गाय करती थी शिवलिंग का अभिषेक

Dudheshwar Nath Temple: सावन महीना चल रहा है और पूरा देश शिव जी की भक्ति में लीन है. 2 अगस्‍त 2024 को सावन शिवरात्रि के दिन कांवड यात्री पवित्र नदियों के जल से शिव जी का अभिषेक करेंगे और इसके साथ ही कांवड़ यात्रा संपन्‍न होगी. इस दौरान शिव मंदिरों में भक्‍तों की रोजाना भारी भीड़ उमड़ रही है. विशेष तौर पर प्राचीन शिव मंदिरों में तो दर्शनार्थियों की लंबी लाइन लग रही हैं. दिल्‍ली एनसीआर के प्रमुख शिव मंदिरों में भी बड़ी संख्‍या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. आज हम गाजियाबाद के दूधेश्‍वर नाथ मंदिर के बारे में जानते हैं जिससे जुड़े रोचक तथ्‍य लोगों को हैरान कर देते हैं. दूधेश्‍वर नाथ मंदिर को लेकर मान्‍यता है कि यहां भोलेनाथ के दर्शन करने से सारे कष्‍ट दूर हो जाते हैं. 

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गाय ने खोजा था स्‍वयंभू शिवलिंग 

दूधेश्‍वर नाथ मंदिर को लेकर एक कथा प्रचलित है कि कई साल पहले एक गाय रोजाना एक विशेष स्‍थान पर आकर दूध गिरा देती है. जब ये घटना गाय के मालिक ने लंबे समय तक देखी तो वो हैरान रह गया कि कैसे गाय रोज एक खास जगह पर जाती है और वहां पहुंचते ही दूध की धार बन जाती है. तब उसने गांव के लोगों को भी यह बात बताई. 

फिर सभी गांववासी मिलकर दसनामी जूना अखाड़े के एक सन्यासी के पास गए. उन महात्‍मा के कहने पर उस जगह की खुदाई तो वहां शिवलिंग मिला. फिर इस शिवलिंग की विधि-विधान से स्‍थापना की गई और यह मंदिर आज भी है. 

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कुआं के पानी दूध जैसा 

शिवलिंग मिलने वाली जगह के पास एक जलस्‍त्रोत भी मिला. ग्रामीणों ने खुदाई की तो पाया कि यह कुआं है. इस कुएं का पानी अद्भुत है. कहा जाता है कि इस कुएं का पानी कभी मीठा तो कभी दूध जैसा स्वाद देता है. साथ ही इसका पानी भी दूध जैसा सफेद नजर आने लगता है. आज भी यह कुंआ मठ में स्थित है.

रावण से भी संबंध 

वहीं कुछ कथाओं के मुताबिक दूधेश्वर नाथ मंदिर का संबंध रावण काल से भी जोड़ा जाता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, हिंडन नदी के किनारे पुलस्त्य के पुत्र ऋषि विश्रवा ने घोर तपस्या की थी जोकि रावण के पिता थे. बाद में रावण ने भी यहां पूजा की थी. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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