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नई दिल्ली: हिंदू कैलेंडर के अनुसार आषाढ़ का महीना (Ashadh Month) शुरू हो चुका है. यह महीना बारिश के मौसम की शुरुआत का संकेत होता है. धार्मिक पुराणों में इस महीने (Month) को बहुत अहम बताया गया है और इस महीने में विशेष तौर पर सूर्य को अर्घ्य देने, उसकी उपासना करने के लिए कहा गया है. ऐसा करने से बीमारियां दूर होती हैं, आत्मविश्वास बढ़ता है और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है. वहीं धर्म-पुराणों के विशेषज्ञों और ज्योतिषार्यों ने इस महीने में कुछ कामों को वर्जित बताया है.
सूर्य देव (Surya Dev) के अलावा इस महीने में भगवान विष्णु के वामन अवतार (Vaman Avatar) की भी पूजा होती है. वामन अवतार की पूजा-उपासना से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. लाभ के लिए इस महीने बच्चों को जरूर भोजन कराएं.
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- रविवार के दिन भोजन में नमक का उपयोग न करें.
- मसालेदार भोजन, दही, अचार आदि का सेवन न करें.
- नशे से दूर रहें और ब्रह्मचर्य के नियमों का पालना करें.
- आषाढ़ महीने में सूर्योदय से पहले उठकर नहाने का बहुत महत्व है. इस महीने में सूर्य नमस्कार, प्राणायाम और ध्यान की मदद से उर्जाओं को नियंत्रित कर के खुद को निरोगी रखा जा सकता है.
- सुबह-शाम घर में दीपक जलाएं और समय-समय पर घर में हवन कराएं.
- हो सके तो इस महीने में एक समय ही भोजन करें.
- संत और ब्राह्मणों को खड़ाऊ (लकड़ी की चरण पादुका07:09 28-06-2021) छाता, नमक और आंवले का दान करने से भगवान वामन प्रसन्न होते हैं.
- वहीं लाल कपड़े में गेहूं, लाल चंदन, गुड़ और तांबे के बर्तन का दान करने से सूर्य देवता प्रसन्न होते हैं.
- इस महीने में बेल का सेवन नहीं करना चाहिए.
- रोजाना सूर्य मंत्र का जाप करें और सूर्य का जल चढ़ाएं. ऐसा करने से कार्यक्षेत्र में जबरदस्त सफलता मिलती है.
(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इनकी पुष्टि नहीं करता है.)