सर्व पितृ अमावस्‍या पर ऐसे कराएं ब्राह्मण भोज और दान में दें ये चीजें, तभी पूरा होगा श्राद्ध
Advertisement
trendingNow12452325

सर्व पितृ अमावस्‍या पर ऐसे कराएं ब्राह्मण भोज और दान में दें ये चीजें, तभी पूरा होगा श्राद्ध

Sarva pitru Amavasya 2024: सर्व पितृ अमावस्‍या के दिन पितरों की विदाई के साथ पितृ पक्ष संपन्‍न होता है. इस दिन ब्राह्मण भोज कराना और ब्राह्मण को दान देने से ही श्राद्ध-तर्पण का पूरा फल मिलता है. 

सर्व पितृ अमावस्‍या पर ऐसे कराएं ब्राह्मण भोज और दान में दें ये चीजें, तभी पूरा होगा श्राद्ध

Shradh Amavasya 2024 : पितृ पक्ष में श्राद्ध-तर्पण के साथ ब्राह्मण को भोजन कराने और उसे दान करने का बड़ा महत्‍व है. क्‍योंकि बिना ब्राह्मण भोज और पंडित को दान के श्राद्ध का पूरा फल नहीं मिलता है. मान्यता है कि श्राद्ध के दौरान ब्राह्मण को कराया गया भोजन सीधे पितरों तक पहुंचता है. इसके साथ ही गाय, कुत्‍ते और कौवे को भी भोजन कराना बहुत जरूरी है. 2 अक्‍टूबर 2024 को सर्व पितृ अमावस्‍या है. जिसे पितृ अमावस्‍या, पितृ मोक्ष अमावस्‍या और महालया भी कहते हैं. जानिए पितृ अमावस्‍या के दिन ब्राह्मण या पंडित को भोजन कराने का सही तरीका क्‍या है और पंडित को दान में क्‍या देना चाहिए. 

यह भी पढ़ें: 35 की उम्र के बाद रातों-रात दौलत-शोहरत पाते हैं इन तारीखों में जन्‍मे लोग, हर सपना हो जाता है पूरा

श्राद्ध में ब्राह्मण भोजन कराने के नियम

पितृ पक्ष या श्राद्ध में ब्राह्मण भोज विधि-विधान से किया जाए तब ही इसका पूरा फल मिलता है. इसके लिए बताए गए नियमों का पालन जरूर करें. 

 - ब्राह्मण भोज उन ब्राह्मणों को ही कराना चाहिए जो धर्म-कर्म का पालन करते हों. अन्‍य ब्राह्मणों को भी आप आमंत्रित करें लेकिन 5, 7, 9 या 11 जो भी संख्‍या ब्राह्मण भोज के लिय तय की है, वे धर्म-कर्म करने वाले ब्राह्मण ही होने जरूरी है.  

यह भी पढ़ें: सातवें आसमान पर होंगे वृष समेत 4 राशि वाले लोग, नवरात्रि से वक्री गुरु देंगे बेहिसाब धन-वैभव

- ब्राह्मण भोज के लिए पंडितों को सम्‍मानपूर्वक आमंत्रित करें. साथ ही श्राद्ध का भोजन बहुत शुद्धता और पवित्रता से बनाएं. भोजन में किसी भी तामसिक या निषिद्ध चीजों का उपयोग ना करें. साथ ही वे पकवान जरूर बनाएं जो मृतक को पसंद थे. इससे पितरों की आत्‍मा तृप्त होती है.

- श्राद्ध में ब्राह्मण को भोजन कराते समय उनका मुख दक्षिण दिशा की ओर हो, क्‍योंकि पितरों की यही दिशा होती है. ब्राह्मण को भोजन पत्‍तल में या कांसे, पीतल, चांदी के बर्तन में ही परोसें. स्‍टील की थाली में भोजन ना कराएं. 

 

- ब्राह्मण भोज या श्राद्ध का भोजन दोपहर में ही करें, शाम या रात में नहीं. ब्राह्मण भोज के बाद ही घर के सदस्‍य भोजन करें. 

यह भी पढ़ें: 2 अक्‍टूबर से इन 5 राशि वालों के जीवन पर लगेगा 'ग्रहण', 15 दिन तक ना करें ये गलतियां

सर्वपितृ अमावस्या पर ब्राह्मणों को दान करें ये चीजें 

ब्राह्मण को भोजन कराने के बाद उसे सम्‍मानपूर्वक और अपनी सामर्थ्‍य के अनुसार दान-दक्षिणा जरूर दें. इसके लिए ब्राह्मणों को दक्षिणा में बर्तन, ऋतु फल, कच्ची सब्जी, अनाज, मिष्ठान, धोती-कुरता, धन आदि देना चाहिए. यदि ब्राह्मण विवाहित हैं तो उनकी पत्नी के लिए साड़ी, शृंगार की सामग्री, कोई आभूषण आदि दें. इससे पितृ प्रसन्‍न होते हैं और घर में सुख-समृद्धि सौभाग्य बढ़ता है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

Trending news