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Somvati Amavasya Pitru Dosh Nivaran Upay: ज्येष्ठ मास की अमावस्या बेहद महत्वपूर्ण होती है. इस दिन शनि जयंती और वट सावित्री व्रत जैसे महत्वपूर्ण पर्व मनाए जाते हैं. इस साल की ज्येष्ठ महीने की अमावस्या और भी खास हो गई है क्योंकि यह सोमवार के दिन पड़ी है. यानी कि यह सोमवती अमावस्या है. यह साल 2022 की आखिरी सोमवती अमावस्या है. इसके बाद साल में पड़ने वाली बाकी कोई भी अमावस्या सोमवार के दिन नहीं पड़ेंगी.
सोमवती अमावस्या का दिन पितृ दोष से निजात पाने के लिए बहुत अहम होता है. पितृ दोष के कारण घर-परिवार, करियर में कई समस्याएं आती हैं. आर्थिक तरक्की नहीं होती, घर में कलह-अशांति रहती है, विवाह योग्य युवक-युवतियों का विवाह नहीं हो पाता. इसलिए पितृ दोष का जल्द से जल्द निवारण कर लेना चाहिए. चूंकि इस सोमवती अमावस्या के दिन 30 साल बाद शनि ग्रह अपनी ही राशि कुंभ में हैं, इसलिए इन उपायों का महत्व और भी बढ़ जाता है.
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- सोमवती अमावस्या के दिन पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए. पवित्र नदी के जल मिले पानी से घर पर भी स्नान करने से पुण्य मिलता है.
- स्नान के बाद सूर्य को अर्ध्य दें.
- पिृत दोष से निजात पाने के लिए पितरों का तर्पण-श्राद्ध करें. पिंडदान करें. ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं. पितृ दोष दूर होता है.
- सोमवती अमावस्या के दिन पितृ दोष से निजात पाने के लिए ब्राम्हणों को भोजन कराएं. उन्हें दान दें.
- सोमवती अमावस्या के दिन ब्राम्हणों और गरीबों को छाता, जूते, खीरा, ककड़ी, पंखा आदि गर्मी से बचाने वाली चीजों का दान करें.
- सोमवती अमावस्या के दिन बरगद के पेड़ की पूजा करें. दीपक जलाएं. इससे त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश प्रसन्न होते हैं. साथ ही पितृदोष से राहत मिलती है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)