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नई दिल्ली : Chhath Puja: छठ महापर्व शुरू हो चुका है. देशभर में ये छठ पूजा पूरे हर्षोल्लास से मनाया जाता है. चार दिनों तक चलने वाला यह पर्व पहले दिन नहाय खाय, दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन शाम को सूर्य अर्घ्य और चौथे दिन सुबह अर्घ्य के बाद पूरा होता है.
छठ पूजा में प्रसाद और अन्य फलों का भी महत्व है. छठी मैया को कौन सा फल चढ़ाएं जिससे वे सबसे ज्यादा प्रसन्न होती हैं. आइए जानें.
छठी मैया को केला बहुत पसंद होता है. केले को भगवान विष्णु का प्रिय फल भी माना जाता है. केला शुद्ध फल माना गया है. छठी मैया को खुश करने के लिए लोग कच्चे केले भी चढ़ाते हैं. पूजा में कच्चा केला घर लाकर पकाया जाता है.
डाभ नींबू सामान्य नींबू से बड़ा होता है. इसका स्वाद खट्टा और मीठा होता है. यह आकार में बहुत बड़ा होता है, इसीलिए पशु-पक्षी इसे नहीं खाते. इस नींबू को छठी मैया को प्रसाद के रूप में भी चढ़ाना चाहिए.
छठ पर्व पर नारियल चढ़ाने का विशेष महत्व है. छठ पर्व में पवित्रता का बहुत महत्व है. नारियल चढ़ाने से मां लक्ष्मी घर में प्रवेश करती हैं. जबकि कुछ भक्त नारियल चढ़ाने में सक्षम होने के लिए प्रार्थना करते हैं.
छठ पूजा में नारियल की तरह गन्ना भी महत्वपूर्ण है. छठ पूजा में भी गन्ने से बने गुड़ का प्रयोग प्रसाद में किया जाता है. बहुत से लोग पूजा के लिए गन्ने से एक छोटा सा घर बनाते हैं. ऐसा माना जाता है कि छठी मैय्या घर में सुख-समृद्धि लाती है. छठी मैय्या को गन्ना बहुत प्रिय माना जाता है.
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सुथानी मिट्टी से निकलती है, इसलिए इसे शुद्ध माना जाता है. छठ पूजा में सुथानी का प्रयोग किया जाता है. इसमें कई औषधीय गुण होते हैं. सुथानी का स्वाद शकरकंद की तरह होता है. यह फल बहुत ही शुद्ध माना जाता है इसलिए छठ पूजा में इसका प्रयोग किया जाता है.
हिंदू धर्म में किसी भी पूजा में सुपारी का विशेष महत्व है. इसके बिना कोई भी पूजा पूरी नहीं होती है. इस पर देवी लक्ष्मी का प्रभाव माना जाता है.
सिंघाड़ा कठोर होता है और पशु और पक्षी इसे नष्ट नहीं कर पाते हैं. यह देवी लक्ष्मी का प्रिय फल माना जाता है. साथ ही, इस फल में कई उपयोगी गुण होते हैं.
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