पूजा करते समय कुछ छोटी-बड़ी बातों का हमेशा ख्याल रखना चाहिए. कई बार अनजाने में हम ऐसी गलती कर जाते हैं, जिससे भगवान प्रसन्न होने के बजाय नाराज हो सकते हैं. अगर ऐसा होता है तो आपने पूजा कितने भी मन से क्यों न की हो, लेकिन उसका फल मिल पाना बहुत मुश्किल है.
पूजा में सबसे पहले भगवान को स्नान कराना चाहिए. फिर उन्हें चंदन का टीका लगाना चाहिए. ध्यान रहे कि देवी-देवताओं को हमेशा अपने हाथ की तीसरी उंगली यानी (अनामिका) से तिलक लगाएं.
पूजा में दीपक का खास ध्यान रखें. पूजा का दीपक सही स्थान पर रखना चाहिए. घी का दीपक हमेशा दाईं तरफ और तेल का दीपक हमेशा बाईं ओर रखना चाहिए. शेष जल पात्र, घंटा, धूपदानी जैसी चीजें हमेशा बाईं तरफ ही रखनी चाहिए.
इसके साथ ही मां दुर्गा को लौंग और लाल फूल बेहद पसंद हैं. पूजा के दौरान जिस भगवान को जिस रंग का फूल प्रिय हैं, उन्हें वही अर्पित करें.
ज्योतिष विज्ञान में कहा गया है कि शिव जी को बेल पत्र, विष्णु भगवान को तुलसी माता, गणेश भगवान को गरी-दूर्वा और सूर्य भगवान को लाल कनेर का फूल बेहद पसंद है.
कई बार भक्त अनजाने में गलती कर बैठते हैं. ध्यान रखें कि दुर्गा माता या किसी भी भगवान की मूर्ति से सिंदूर लेकर माथे पर नहीं लगाना चाहिए. साथ ही जब भगवान की आरती करें तो एक दीपक से दूसरा दीपक या धूप या फिर कपूर कभी नहीं जलाना चाहिए.
कई बार पूजा में कुछ छूट जाए तो लोग बीच से उठकर उसे लेने के लिए चले जाते हैं. ऐसा कभी नहीं करना चाहिए. भगवान को इस दौरान चावल और फूल चढ़ाएं और उस चीज का मन में ध्यान करें. ऐसा करने से भगवान प्रसन्न होंगे और जीवन में शांति बनी रहेगी.
ट्रेन्डिंग फोटोज़