Trending Photos
Premanand Maharaj Lessons: हम में से कई लोगों के साथ ऐसा होता है कि घर के द्वार पर या कई बार फिर राह चलते भिखारी से भेट हो जाती है. जिस दौरान वह व्यक्ति से भिख के रूप में पैसे की मांग करता है. ऐसे में व्यक्ति असमंजस में पड़ जाता है या फिर कई बार काफी कड़क और दूत कारते हुए उसे वहां से चले जाने को कह देता है लेकिन क्या ऐया करना उचीत है !
दरअसल हाल ही में सोशल मीडिया में छाए हुए वृंदावन के ठाकुर के भक्त प्रेमानंद जी महाराज के एक सत्संग के दौरान व्यक्ति ने उनसे यही प्रश्न किया. जिसमें उसने पूछा कि जब भिखरी उनसे पैसा मांगने लगे तो ऐसे में क्या करें, तो आइए प्रेमानंद जी ने इसका क्या जवाब दिया जानें!
इस विधि से करना चाहिए गणेश चालीसा पाठ, तभी मिलेगा पूरा फल
घर के द्वार पर भिक्षुक आ जाए तो क्या करें
प्रेमानंद जी महाराज का मानना है कि यदि आप गृहस्थ जीवन में हैं और आपके द्वार पर कोई भिखारी आ जाए तो ऐसे में क्या करें! उन्होंने बताया कि सबसे पहले तो उसकी अवहेलना ना करें या फिर उसे कभी द्वार पर से ना भगाएं.
भिक्षुक से मृदु वचन में करें बात
प्रेमानंद जी का मानना है कि यदि भिखारी से कड़वे वचन में बात करते हैं तो उसके दुष्कृत्य वहीं पर समाप्त हो जाएंगे. ऐसे में उससे मृदु वचन में ही बात करें.
भिक्षुक से पूछे उसकी इच्छा
प्रेमानंद जी कहते हैं कि भिक्षुक से सबसे पहले जानें कि उसे क्या चाहिए! यदि आप सामर्थ्य हैं तो उसे वह दीजिए अगर नहीं हैं तो उसे मृदु भाषा में कहिए कि आप समर्थ नहीं हैं. किसी और के दरवाजे पर चले जाएं हम देने में समर्थ नहीं हैं.
भिक्षुक से ना करें गलत भावना में बात
प्रेमानंद जी ने आगे कहा कि भिक्षुक को आप खाना खिलाने या फिर जल पिलाने के बारे में कहे. कभी भी उनसे गलत भावना में बात ना करें.
कभी भी भिक्षुक को भगाए नहीं
प्रेमानंद जी का मानना है कि कभी भी भिखारी को यह नहीं कहें कि ऐ भिखारी चल यहां से भाग. उनसे हमेशा मृदु भाषा में ही बात करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)