इस मंदिर में प्रसाद में चढ़ती 'घड़ी', क्या वाकई टल जाता है बुरा वक्त?
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इस मंदिर में प्रसाद में चढ़ती 'घड़ी', क्या वाकई टल जाता है बुरा वक्त?

ghadi wala mandir: घड़ी वाले बाबा के मंदिर में घड़ी चढ़ाने का इतिहास एक दशक से भी अधिक पुराना है. स्थानीय लोगों के अनुसार सबसे पहले एक व्यक्ति ने अपनी मनोकामना पूरी होने के बाद यहां घड़ी चढ़ाई थी. इसके बाद घड़ी चढ़ाने का सिलसिला शुरू हो गया.

इस मंदिर में प्रसाद में चढ़ती 'घड़ी', क्या वाकई टल जाता है बुरा वक्त?

Ghadi wale Baba: घड़ी का काम सिर्फ समय बताना ही नहीं होता, ये आपको हमेशा चलते रहने की प्रेरणा देती है. कहा तो ये भी जाता है कि 'घड़ी' आपका बैड लक बदलने की ताकत रखती है. मान्यता है कि एक मंदिर के पेड़ पर अगर घड़ी चढा दी जाए तो अच्छा टाइम आ जाता है. महाकाल की नगरी उज्जैन के गुराडिया सांगा गांव का एक मंदिर अपनी अनूठी मान्यता की चलते देश-दुनिया में अलग पहचान रखता है. यहां का सगस भैरव मंदिर हजारों लोगों की आस्था का केंद्र है. श्रद्धालु यहां बरगद के पेड़ पर घड़ी चढ़ाते हैं. उनका विश्वास है कि ऐसा करने से उनकी बिगड़ी बन जाएगी और सब कुछ सही हो जाएगा. मंदिर के मुख्य पुजारी करण सिंह यहां की महिमा बड़े विस्तार से बताते हैं.

घड़ी वाले बाबा के मंदिर में घड़ी चढ़ाने का इतिहास एक दशक से भी अधिक पुराना है. स्थानीय लोगों के अनुसार सबसे पहले एक व्यक्ति ने अपनी मनोकामना पूरी होने के बाद यहां घड़ी चढ़ाई थी. इसके बाद घड़ी चढ़ाने का सिलसिला शुरू हो गया. यहां दूर-दूर से श्रद्धालु मनोकामना लेकर आते हैं और घड़ी चढ़ाते हैं. 

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'घड़ी वाले बाबा'

आपको बताते चलें उज्जैन जिले में उन्हेल से महिदपर रोड के बीच पड़ने वाला गुराडिया सांगा घड़ी वाले बाबा के नाम से भी मशहूर है. शिप्रा नदी के नजदीक स्थित इस गांव का नाम यहां के इसी मंदिर की वजह से पहचाना जाता है. देश और दुनियाभर के लोग यहां खिंचे चले आते हैं. सगस भैरव मंदिर में न सिर्फ स्थानीय लोगों की आस्था है, बल्कि दूरदूराज से भी श्रद्धालु इसी उम्मीद के साथ आते हैं कि यहां घड़ी चढ़ाते ही उनका बुरा वक्त बीत जाएगा और अच्छा टाइम आ जाएगा.

सही वक्त आ गया तो नेम-फेम, रुपया-पैसा, घोड़ा-गाड़ी समेत हर खुशी दौड़ी चली आएगी. कई भक्तों की ये मान्यता भी है कि उनका वक्त यहीं पर अर्जी लगाने से बदला है. कहा जाता है कि इस मंदिर में आप 100 रुपए की घड़ी चढ़ाएं या ब्रैंडेड, नीयत साफ है तो आपका अच्छा टाइम आने में देर नहीं लगती.

Disclaimer: (प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जानकारी पहुंचाने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसे लिखने में इंटरनेट से आई जानकारियों की मदद ली है. ज़ी न्यूज़ इस मंदिर में जाकर घड़ी चढ़ाने से वक्त बदल जाने की पुष्टि नहीं करता है.)

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