आसमान से आ रही एफिल टावर जितनी बड़ी आफत, क्या दुनिया में मचने वाली है तबाही?
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आसमान से आ रही एफिल टावर जितनी बड़ी आफत, क्या दुनिया में मचने वाली है तबाही?

फ्रांस के एफिल टावर से भी बड़ा एस्टेरॉयड तेजी से धरती की तरफ बढ़ रहा है. नासा ने इस एस्टेरॉयड को संभावित रूप से खतरनाक बताया है, लेकिन यह धरती के वायुमंडल में प्रवेश नहीं करेगा इसलिए पृथ्वी को किसी तरह के नुकसान की आशंका नहीं है.

 

फाइल फोटो: AFP

वॉशिंगटन: आसमान से एक विशालकाय आफत तेजी से पृथ्वी की तरफ बढ़ रही है. ये आफत है 4660 Nereus नाम का एस्टेरॉयड (Asteroid), जो फ्रांस के एफिल टावर (Eiffel Tower) से भी बड़ा है. इस एस्टेरॉयड के इसी हफ्ते के अंत में धरती के बेहद नजदीक पहुंचने की संभावना है. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने भी इस एस्टेरॉयड को संभावित रूप से खतरनाक बताया है. NASA का कहना है कि एस्टेरॉयड के 11 दिसंबर को पृथ्वी की कक्षा से गुजरने की संभावना है. हालांकि, यह धरती के वायुमंडल में प्रवेश नहीं करेगा.

  1. इसी हफ्ते धरती के बेहद करीब पहुंचेगा एस्टेरॉयड
  2. फिलहाल पृथ्वी को नहीं होगा कोई नुकसान
  3. नासा ने इसे संभावित रूप से खतरनाक बताया 

इतनी दूरी से गुजरेगा Asteroid

हमारी सहयोगी वेबसाइट WION में छपी खबर के अनुसार, NASA ने बताया कि 4660 Nereus एस्टेरॉयड का व्यास 330 मीटर से अधिक है. यह एस्टेरॉयड लगभग 3.9 मिलियन किलोमीटर की दूरी से पृथ्वी से गुजरेगा. इससे हमारी धरती को कोई तत्काल खतरा नहीं है. 4660 Nereus का पूर्ण परिमाण 18.4 है. नासा 22 से कम परिमाण वाले एस्टेरॉयड को संभावित रूप से खतरनाक की श्रेणी में रखता है.

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NASA लगातार रखे हुए है नजर

Asteroid 4660 Nereus को पहली बार 1982 में खोजा गया था. यह एस्टेरॉयड विशेष है इसलिए नहीं कि यह खतरनाक है, बल्कि इसलिए कि यह पृथ्वी के करीब से सापेक्ष आवृत्ति के साथ गुजरता है. सूर्य के चारों ओर इसकी 1.82 साल की कक्षा लगभग हर 10 साल में इसे हमारे करीब लाती है. हालांकि अंतरिक्ष विज्ञान की दृष्टि से इसका ‘निकट’ होना भी एक सुरक्षित दूरी है. 1982 से ही NASA और जापानी स्पेस एजेंसी JAXA इस पर नजर रखे हुए हैं.

4 मील प्रति सेकंड की रफ्तार

एस्टेरॉयड 4660 Nereus पृथ्वी की तरफ तकरीबन चार मील प्रति सेकंड की रफ्तार से बढ़ रहा है. NASA ने इसे खतरनाक की श्रेणी में रखा है. हालांकि, ये एस्टेरॉयड पृथ्वी से 3.93 मिलियन किलोमीटर की दूरी से गुजरेगा. यह पृथ्वी से चांद की दूरी से लगभग 10 गुना ज्यादा दूर है, फिर भी NASA ने इसे खतरा बताया है. गौरतलब है कि एस्टेरॉयड वे चट्टानें होती हैं जो किसी ग्रह की तरह ही सूरज के चक्कर काटती हैं, लेकिन ये आकार में ग्रहों से काफी छोटी होती हैं. 

 

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