एक 'अल नीनो' कम था जो दूसरा भी आ गया! भूमध्य रेखा के ऊपर दिखा हवा का रहस्यमय पैटर्न
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एक 'अल नीनो' कम था जो दूसरा भी आ गया! भूमध्य रेखा के ऊपर दिखा हवा का रहस्यमय पैटर्न

New El Nino Discovery: मौसम विज्ञानियों ने भूमध्य रेखा के दक्षिण में रहस्यमय 'नया अल नीनो' खोजा है. यह पूरे दक्षिणी गोलार्ध में जलवायु परिवर्तन को सक्रिय कर सकता है.

एक 'अल नीनो' कम था जो दूसरा भी आ गया! भूमध्य रेखा के ऊपर दिखा हवा का रहस्यमय पैटर्न

New El-Nino: दुनिया अभी 'अल नीनो' के प्रभाव से ही जूझ रही थी कि उसका जुड़वा भाई भी आ गया! अल नीनो-दक्षिणी दोलन, प्रशांत महासागर के उष्णकटिबंधीय जल में हवाओं और धाराओं में होने वाला अप्रत्याशित बदलाव है. यह जो पूरे ग्रह पर जलवायु को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करता है. रिसर्चर्स की इंटरनेशनल टीम ने 'नया अल नीनो' खोजा है. यह रिसर्च Journal of Geophysical Research: Oceans में छपी है.

यह दक्षिणी गोलार्ध की सर्कम्पोलर वेव नंबर-4 पैटर्न दक्षिण-पश्चिमी उपोष्णकटिबंधीय प्रशांत क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड की ओर आगे की ओर उभरता है. हालांकि, इन मौसम परिवर्तनों को कंट्रोल करने वाला इलाका अपेक्षाकृत छोटा है, लेकिन यह पूरे दक्षिणी गोलार्ध में जलवायु परिवर्तन को भी ट्रिगर कर सकता है.

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'नई खोज जलवायु में बदलाव लाने जैसी'

जिस टीम ने यह खोज की, उनका कहना है कि यह आने वाले वर्षों में जलवायु परिवर्तन को समझने में यह महत्वपूर्ण होगा. ब्रिटेन की रीडिंग यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानी बालाजी सेनापति कहते हैं, 'यह खोज पृथ्वी की जलवायु में एक नया बदलाव लाने जैसी है. इससे पता चलता है कि महासागर का अपेक्षाकृत छोटा क्षेत्र वैश्विक मौसम और जलवायु पैटर्न पर व्यापक प्रभाव डाल सकता है.'

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वैज्ञानिकों ने रियल वर्ल्ड ऑब्जर्वेशंस और पिछले 300 साल के जलवायु मॉडलों को मिलाकर देखा, तब उन्हें नए अल नीनो का पता चला.

नए अल नीनो की खोज कैसे हुई?

वास्तविक दुनिया के ऑब्जर्वेशंस और 300 वर्षों की एडवांस्ड जलवायु मॉडलिंग को मिलाकर रिसर्चर्स ने एक W4 पैटर्न का पता लगाया. यह पैटर्न गर्म और ठंडी हवा के चार वैकल्पिक क्षेत्रों के साथ दक्षिणी गोलार्ध में हर साल दोहराया जाता है. टीम ने यह भी पाया कि ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के पास का छोटा क्षेत्र W4 के लिए एक कंट्रोल लीवर की तरह काम करता है. दुनिया के इस हिस्से में समुद्री तापमान में बदलाव, दक्षिणी उपोष्णकटिबंधीय और मध्य अक्षांशों में वायुमंडलीय तापमान को प्रभावित करता है.

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 जैसे-जैसे हवा का पैटर्न बदलता है, वे समुद्र में गर्म पानी की ऊपरी परत की गहराई को बदलते हैं - जो फिर वायुमंडल में तापमान परिवर्तन को प्रभावित करता है. पश्चिमी हवाएं गर्म या ठंडी हवा को असामान्य W4 जलवायु पैटर्न में दुनिया भर में ले जा सकती हैं. रिसर्च के अनुसार, ये जलवायु पैटर्न उन बाकी जलवायु पैटर्न से अलग हैं जिनके बारे में हम जानते हैं, जिनमें अल नीनो और इसकी सहयोगी घटना, ला नीना शामिल हैं.

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