आधा लिक्विड आधा सॉलिड, स्ट्रेच हो जाता है और चिपकता भी... वैज्ञानिकों ने लैब में यह क्या बना डाला!
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आधा लिक्विड आधा सॉलिड, स्ट्रेच हो जाता है और चिपकता भी... वैज्ञानिकों ने लैब में यह क्या बना डाला!

Glassy Gel: वैज्ञानिकों ने लैब में ऐसा मैटेरियल तैयार किया है जो नर्म भी है और कठोर भी, स्ट्रेच भी होता है और चिपकता भी है. अगर काट दीजिए तो इसमें 'खुद को ठीक करने की क्षमता' भी है.

आधा लिक्विड आधा सॉलिड, स्ट्रेच हो जाता है और चिपकता भी... वैज्ञानिकों ने लैब में यह क्या बना डाला!

Glassy Gel Material: अमेरिकी रिसर्चर्स ने एक अनोखा मैटेरियल तैयार है जो आधा लिक्विड है मगर आसानी से टूटता नहीं. उन्होंने इसे 'ग्लासी जेल' नाम दिया है. यह मैटेरियल स्ट्रेच हो जाता है और काटने पर 'खुद को ठीक' भी कर लेता है. और तो और यह मैटेरियल चिपकता भी है. वैज्ञानिकों के अनुसार, इसका इस्तेमाल आमतौर पर इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक की जगह हो सकता है. प्लास्टिक तो बहुत कड़े और भंगुर होते हैं या फिर नरम और आसानी से फट जाने वाले.

यह मैटेरियल नॉर्थ कैरोलिन स्टेट यूनिवर्सिटी (NCSU) के रिसर्चर्स ने तैयार किया है. उनकी स्टडी के नतीजे Nature पत्रिका में छपे हैं. NSCU में मैटेरियल्स साइंटिस्ट माइकल डिकी ने बताया, 'हमने मैटेरियल्स की एक क्लास बनाई है जिसे हमने ग्लासी जेल नाम दिया है. यह ग्लासी पॉलिमर की तरह ही कठोर है, लेकिन - अगर आप पर्याप्त ताकत लगाते हैं - तो टूटने के बजाय, यह अपनी मूल लंबाई से पांच गुना तक खिंच सकता है.'

अचानक ही बन गया यह मैटेरियल

डिकी ने ScienceAlert से बातचीत में कहा कि वे लोग पदार्थों की एक पूरी नई क्लास बनाने का लक्ष्‍य लेकर नहीं चले थे. उन्होंने कहा, 'हम अनायास ही इन रोचक  पदार्थों से टकरा गए.' दरअसल NCSU रिसर्चर मेक्सियांग वांग आयनोजेल्स पर प्रयोग कर रहे थे. ये पॉलिमर से बना मैटेरियल है जो आयनिक लिक्विड से फूला हुआ होता है जो इलेक्ट्रिसिटी को कंडक्ट करता है. वांग की कोशिश स्ट्रेचेबल, वियरेबल डिवाइसेज बनाने की थी जिसका इस्तेमाल प्रेशर सेंसर और अन्य मेडिकल डिवाइसों या रोबोटिक्स में किया जा सके.

क्या-क्या खासियतें?

कंपोजीशन में थोड़ा बदलाव करते हुए वांग ने एक जेल जैयार किया जो आम पारदर्शी, लचीले प्लास्टिक जैसा दिखता था. लेकिन टेस्टिंग में पता चला कि यह बेहद कठोर है और भंगुर भी नहीं. डिकी ने कहा, 'एक बार हमें पता लगा कि इसमें खास गुण हैं, हम उन्हें और बेहतर ढंग से समझने में जुट गए. ये ग्लासी जेल एक आयनिक लिक्विड का इस्तेमाल कर बनाए गए हैं जो पानी जैसा ही है लेकिन उसमें चार्ज्ड पार्टिकल्स मौजूद हैं.

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इस ग्लासी जेल के भीतर 50-60% लिक्विड है लेकिन वे सूखते नहीं. उनकी कठोरता भी काफी ज्यादा पाई गई. यह मैटेरियल 'खुद को ठीक' भी कर सकता है, काटे जाने पर यह सुधार करता है. इसमें एक प्रकार की मेमोरी होती है जो फैले हुए जेल को अपना आकार बनाए रखने देती है. गर्म करने पर यह मूल रूप में सिकुड़ जाता है.

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