सुपरमैसिव ब्लैक होल कैसे एक पूरे तारे को लील गया, NASA का VIDEO देखकर भी नहीं होगा यकीन!
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सुपरमैसिव ब्लैक होल कैसे एक पूरे तारे को लील गया, NASA का VIDEO देखकर भी नहीं होगा यकीन!

Black Hole Devouring Star: खगोलविदों ने टेलीस्कोप की मदद से एक सुपरमैसिव ब्लैक होल को एक तारे को अपना आहार बनाते देखा है. NASA ने इसका एक सिमुलेशन वीडियो भी बनाया है, आप भी देखिए.

सुपरमैसिव ब्लैक होल कैसे एक पूरे तारे को लील गया, NASA का VIDEO देखकर भी नहीं होगा यकीन!

Black Hole Video: ब्लैक होल के पास पहुंचने वाली हर चीज तबाह हो जाती है. अगर सुपरमैसिव ब्लैक होल तो यह प्रक्रिया कहीं ज्यादा तेजी से पूरी होती है. वैज्ञानिकों को अक्सर प्रकाश के तेज पुंज देखने को मिलते हैं जो किसी तारे के इवेंट होराइजन से परे जाने को दर्शाते हैं. लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि तारा पूरी तरह से ब्लैक होल में नहीं समाता और एक कक्षा में खिंच जाता है. इससे उसकी मौत का सफर लंबा हो जाता है. अगर तारे महसूस कर पाते तो उन्हें इस दौरान असहनीय दर्द होता! Chandra और अन्य ऑब्जर्वेटरी व टेलीस्कोप की मदद से, NASA के वैज्ञानिकों ने एक सुपरमैसिव ब्लैक होल का आहार बनते तारे का वीडियो तैयार किया है.

नई स्टडी Chandra और कुछ अन्य उपकरणों से मिले एक्स-रे रिजल्ट्स का इस्तेमाल करते हुए की गई है. इसमें बहुत दूर स्थित एक आकाशगंगा के केंद्र में स्थित एक अतिविशाल ब्लैक होल के बारे में विस्तार से बताया गया है, जो अपनी कक्षा में कैद एक तारे को धीरे-धीरे निगल रहा है. वैज्ञानिकों को लगता है कि यह स्टडी उन्हें विभिन्न रोचक भौतिक प्रक्रियाओं के बारे में अधिक जानकारी दे सकती है.

बार-बार ब्लैक होल का शिकार बन रहा तारा

वैज्ञानिकों की यह स्टडी 2018 में AT2018fyk की खोज के साथ शुरू हुई. यह एक 'टाइडल डिसरप्शन इवेंट' यानी TDE था. TDE उस घटना को कहते हैं जब कोई तारा किसी ब्लैक होल का आहार बन जाता है. आमतौर पर कहानी का यही अंत होता- तारे को ब्लैक होल लील जाता, व‍ह तेज X और UV किरणें छोड़ता और हम 860 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर अपने उपकरणों से उसे कैप्चर कर पाते. लेकिन खगोलविदों ने लगभग दो साल बाद उसी ब्लैक होल से आने वाले X और UV रेडिएशन में एक और उछाल देखा.

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दूसरी बार की चमक शायद तारे के फिर से ब्लैक होल का आहार बने जाने के चलते पैदा हुई थी क्योंकि यह ब्लैक होल के चारों ओर एक अत्यधिक अण्डाकार कक्षा में कैद था. हर कुछ सालों में एक बार, यह इतना करीब आ जाता है कि इसका अधिक पदार्थ नष्ट हो जाता है, जिससे एक और TDE पैदा होता है. लेकिन इस बार, वैज्ञानिक तैयार थे और उन्होंने पहले ही अंदाजा लगा लिया था कि TDE कब खत्म होगा. उनकी गणनाओं ने अगस्त 2023 का वक्त बताया

14 अगस्त, 2023 को वैज्ञानिकों ने ब्लैक होल से निकलने वाले उत्सर्जन में महत्वपूर्ण कमी देखी. या तो तारा आखिरकार पूरी तरह से हार गया और टूट गया, या फिर वह फिर से जीवित हो गया और अपने बहुत बड़े पड़ोसी के चारों ओर अपना अजीब डांस जारी रखेगा. जो भी हो, यह तारा निश्चित रूप से हर बार द्रव्यमान खो देता है, क्योंकि दूसरी घटना पहली घटना से कम चमकदार होती है. इस तर्क से, अगर तीसरी घटना भी होती है तो अगली घटना और भी कम चमकदार होनी चाहिए. 

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