भारतीय ओलंपिक संघ ने साइना नेहवाल के पिता हरवीर सिंह की राष्ट्रमंडल खेल की आधिकारिक मान्यता की पुष्टि कर दी गई है.
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गोल्ड कोस्ट (ऑस्ट्रेलिया) : भारतीय ओलंपिक संघ( आईओए) को साइना नेहवाल के पिता हरवीर सिंह का आधिकारिक मान्यता कार्ड (एक्रीडेशन) बनवाने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि इस बैडमिंटन खिलाड़ी ने राष्ट्रमंडल खेलों से हटने की धमकी दे डाली थी. अब उनकी राष्ट्रमंडल खेल की आधिकारिक मान्यता की पुष्टि कर दी गई है. राष्ट्रमंडल खेल 2010 की स्वर्ण पदक विजेता साइना ने गोल्ड कोस्ट में मौजूद आईओए के एक वरिष्ठ पदाधिकारी को पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने लिखा था कि अगर उनके पिता को‘ एक अधिकारी’ के रूप में मंजूरी नहीं दी गयी तो वह इन खेलों में हिस्सा नहीं लेगी.
साइना ने आईओए को संबोधित पत्र में लिखा, ‘‘मैंने आपको संदेश भेजा और आपसे बात करने की भी कोशिश की लेकिन आपने मेरा फोन नहीं उठाया लेकिन मेरे पिता को लेकर बड़ा मुद्दा बना दिया गया है. अगर उनका एक अधिकारी के रूप में एक्रीडेशन नहीं बनता है तो मैच नहीं खेलूंगी.’’
Happy to b part of #CommonwealthGames2018 #GoldCoast #Australia pic.twitter.com/otLJudlBIU
— Saina Nehwal (@NSaina) April 1, 2018
आईओए के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि साइना ने पत्र लिखा है.
आईओए के वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई से कहा, ‘‘खिलाड़ियों की मदद करना हमारा कर्तव्य है. उन्हें पदक जीतने पर ध्यान देना चाहिए. हां, साइना ने वरिष्ठ अधिकारी को पत्र लिखा था, लेकिन हम इसे मुद्दा नहीं बनाना चाहते हैं. हमने अभी समस्या का निवारण कर दिया है. हम पत्र की भाषा पर टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं.’’
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भारतीय दल के प्रमुख विक्रम सिसौदिया ने कहा, ‘‘मुझे उनका कोई पत्र नहीं मिला है. उन्होंने केवल मुझे समस्या से अवगत कराया और कहा कि इसे सुलझाने के लिए क्या कुछ किया जा सकता है.’’ खेल मंत्रालय ने साफ किया था कि साइना और रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता पी वी सिंधू के माता पिता सरकारी खर्चे पर गोल्ड कोस्ट नहीं जाएंगे. उन्हें भारतीय दल का हिस्सा बनने की मंजूरी दे दी गयी थी.
साइना ने अपनी नाराजगी जाहिर की थी
साइना ने एक दिन पहले कई ट्वीट करके अपनी नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने लिखा था, ‘‘यह देखकर हैरानी हुई कि जब हम राष्ट्रमंडल खेल 2018 के लिए भारत से रवाना हुए तो मेरे पिता की टीम अधिकारी के रूप में पुष्टि की गयी थी और मैंने इसके लिए पूरा भुगतान किया लेकिन जब हम खेल गांव पहुंचे तो उनका नाम टीम अधिकारियों की सूची से काट दिया गया था.... और वह यहां तक कि मेरे साथ भी नहीं रह सकते हैं.’’
इस पर आईओए ने जवाब में लिखा था कि उन्होंने लगातार भारतीय बैडमिंटन संघ( बाइ) को बताया था कि अतिरिक्त अधिकारी के लिए भुगतान में खेल गांव में बिस्तर की व्यवस्था शामिल नहीं है. आईओए ने लिखा, ‘‘प्रिय साइना, हरवीर सिंह का एक्रीडेशन अतिरिक्त अधिकारी के रूप में हुआ है. जैसा कि गोल्ड कोस्ट 2018 राष्ट्रमंडल खेलों के सीडीएम नियमावली में लिखा गया है और जिसके बारे में लगातार भारतीय बैडमिंटन संघ को बताया गया, कि अतिरिक्त अधिकारी के लिए खेल गांव में बिस्तर की व्यवस्था नहीं है.’’
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आईओए ने इसके साथ ही आधिकारिक दस्तावेज की तस्वीर भी लगायी है. इसमें लिखा गया है कि‘ अतिरिक्त टीम अधिकारी के लिए खेल गांव में यात्रा भत्ता और बिस्तर शामिल नहीं है.’’
खर्च उठाने के मामले पर हुआ था विवाद
साइना के पिता हरवीर सिंह और पी वी सिंधू की मां विजया उन15 लोगों में शामिल हैं जिन्हें भारतीय दल के रूप में मंजूरी दी गयी है लेकिन उनकी यात्रा, ठहरने और अन्य खर्चों का वहन सरकार नहीं कर रही है. मैच से पहले विवाद को बढ़ता देख आईओए मंगलवार को सायना के पिता हरवीर सिंह को खेल गांव में प्रवेश देने पर सहमत हो गया. आईओए के इस फैसले के बाद सायना के पिता अब अपनी बेटी का मैच देख सकते हैं.
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सायना ने इस फैसले के लिए आईओए को धन्यवाद दिया और कहा," इतने कम समय में मेरा समर्थन करने और मेरे पिता को खेल गांव में प्रवेश देने के लिए आपका शुक्रिया. इस विवाद के लिए मैं माफी मांगती हूं और अब मुझे उम्मीद है कि हमें एक अच्छा मैच देखने को मिलेगा."
Thank u so much @ioaindia for the support and help sorting out my father’s accreditation card in such short notice ..Hopefully it will b great for the matches ahead ..and I m sorry for all the trouble #CommonwealthGames2018 pic.twitter.com/fWCvrLk4YV
— Saina Nehwal (@NSaina) April 3, 2018
हालांकि आईएओ के अधिकारी भी इस मामले को ज्यादा तूल देने के मूड में नजर नहीं आ रहे हैं वहीं सायना अपना पूरा ध्यान खेलों पर ही रखना चाहतीं नजर आ रहीं है.
(इनपुट भाषा)