सौरव गांगुली को टीम इंडिया के कामयाब कप्तानों में गिना जाता है, लेकिन उनके करियर के दौरान कई विवाद भी सामने आए थे.
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नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कैप्टन सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले 10 बल्लेबाजों में 8वें नंबर पर हैं. गांगुली मैदान पर अपने खेल को लेकर सुर्खियां बटोरते रहते थे तो वहीं उनकी जिंदगी में बहुत सी कॉन्ट्रोवर्सीज भी रहीं जिनकी चर्चा आज भी होती है. वैसे ये कहना गलत नहीं होगा कि गांगुली एक दंबग खिलाड़ी थे और उनकी दादागीरी के साथ-साथ दबंगई के किस्से भी काफी मशहूर हुए. तो चलिए आज की इस खास पेशकश में हम आपको सौरव दादा की जिंदगी से जुड़ी बड़ी-बड़ी कॉन्ट्रोवर्सीज के बारे में बताते हैं.
जब अपने पहले ही मैच में ड्रिंक्स ले जाने से किया था इंकार
सौरव गांगुली ने 1991-92 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना डेब्यू किया था. खबरों की मानें तो बेंच्ड प्लेयर के तौर पर गांगुली ने फील्ड पर मौजूद खिलाड़ियों के लिए ड्रिंक्स ले जाने से साफ इंकार कर दिया था. दादा के इसी एटिट्यूड के कारण उन्हें अगले 4 सालों तक टीम में जगह ही नहीं मिली थी.
सौरव गांगुली का अफेयर
आपको बता दें कि गांगुली का नाम साउथ और बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस नगमा (Nagma) के साथ जुड़ चुका है. उस वक्त दादा पहले से शादीशुदा थे. हालांकि सौरव ने कभी अपने और नगमा के रिश्ते को लेकर बात नहीं की. दादा की इसी खामोशी की वजह से उनकी पत्नी को ही उनकी तरफ से मीडिया को सफाई देनी पड़ी थी.
काउंटी क्रिकेट के प्रिंस चार्ल्स
ये बात साल 2000 की है जब सौरव गांगुली ने काउंटी क्रिकेट खेलना शुरू ही किया था. उस वक्त उनका व्यवहार अपने साथी खिलाड़ियों के साथ किसी राजा की तरह ही होता था. खबरों की मानें तो सौरव दादा बाकी खिलाड़ियों पर खूब हुक्म चलाते थे. इतना ही नहीं एक बार तो उन्होंने अपने एक साथी खिलाड़ी को अपना बैग उठाने और स्वेटर ले आने का आदेश भी दे दिया था.
टीम की वजह से हुए सस्पेंड
साल 2001 गांगुली के लिए बड़ी मुश्किलों वाला रहा. दरअसल, उस साल साउथ अफ्रीका के खिलाफ हुई टेस्ट सीरीज में मैच रैफरी ने सौरव गांगुली पर अपनी टीम को काबू न करने का आरोप लगाया था और एक मैच के लिए सस्पेंड तक कर दिया था.
जब खुद ही बन गए मैच के अम्पायर
साल 1998 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए एक वनडे मैच में अंपायर ने सौरव गांगुली को आउट करार दे दिया था. बावजूद इसके वो पवेलियन नहीं लौटे और मैदान पर डटे रहे. इस वजह से उन्हें एक मैच के लिए बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था.
दादा को मिला लेट लतीफ का दमगा
साल 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गयी टेस्ट सीरीज के हर एक मैच में गांगुली टॉस के लिए लेट पहुंचे जिसकी वजह से विरोधी टीम के कैप्टन को काफी देर तक उनका इंतजार करना पड़ा था. उनके देर से आने की वजह से ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव वॉ (Steve Waugh) ने परेशान होकर गांगुली को घमंडी तक कह दिया था.
यूसुफ को धमकाया
इंडिया और पाकिस्तान के मैच के वक्त एक बार सौरव दादा ने मोहम्मद यूसुफ (Mohammad Yousuf) को धमका दिया था. दरअसल, युसुफ को चोट लग गई थी तो उन्होंने फिजियो को बुला लिया, लेकिन इनिंग्स का वक्त गुजर रहा था, ये देख दादा खुद पर काबू नहीं कर पाए और गुस्से में यूसुफ से बोल दिया कि 'तू आराम कर ले, मुझे कोई दिक्कत नहीं है. मैं ये नहीं कह रहा हूं कि तू ये सब जान के कर रहा है, तू टाइम नोट कर ले बस.' दादा की ये बातें स्टम्प माइक पर रिकॉर्ड हो गई थीं.
जब मैदान पर उतारी थी टी-शर्ट
सौरव का टी-शर्ट वाला किस्सा खूब चर्चा में रहा था. ये बात साल 2002 की है जब लॉर्ड्स की बालकनी में टीम इंडिया (के कैप्टन सौरव गांगुली ने अपनी टी-शर्ट उतार कर हवा में लहरा दी थी. बताया जाता है कि ऐसा कर उन्होंने एंड्रयू फ्लिंटॉफ (Andrew Flintoff) को जवाब दिया था क्योंकि फ्लिंटॉप ने भी मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में अपनी टीम की जीत के बाद टी-शर्ट उतारकर मैदान पर दौड़ लगाई थी.