गेंद पर लार के इस्तेमाल पर गौतम गंभीर ने दी ICC को ये अहम सलाह, जानिए क्या कहा
Advertisement
trendingNow1683720

गेंद पर लार के इस्तेमाल पर गौतम गंभीर ने दी ICC को ये अहम सलाह, जानिए क्या कहा

कोरोना वायरस महामारी की वजह से भविष्य में होने वाले मुकाबलों में क्रिकेट की गेंद पर गेंदबाजों द्वारा लार या थूक का इस्तेमाल करना मुमकिन नहीं होगा. 

गेंद पर लार के इस्तेमाल पर गौतम गंभीर ने दी ICC को ये अहम सलाह, जानिए क्या कहा

नई दिल्ली: भारत के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने आईसीसी (ICC) द्वारा गेंद पर लार के इस्तेमाल पर लगाई जाने वाली रोक पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है. गंभीर ने आईसीसी से अनुरोध किया है कि क्रिकेट में बैट और बॉल के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए गेंद पर थूक के इस्तेमाल का कोई न कोई विकल्प तो ढूढ़ना ही होगा क्योंकि अगर ऐसा नहीं हुआ तो क्रिकेट के मुकाबले एकतरफा हो जाएंगे, जहाँ बल्लेबाज हर वक्त गेंदबाजों पर हावी होते दिखेंगे.

  1. गेंदबाज लार के इस्तेमाल को लेकर डरेंगे-गंभीर
  2. ICC को लार का विकल्प तलाशना होगा-गंभीर
  3. विकल्प न मिला तो क्रिकेट एकतरफा होगा-गंभीर

 यह भी पढ़ें- B'day Special:भारतीय महिला क्रिकेट टीम की वो कप्तान जो आज हैं मशहूर टीवी कमेंटेटर

इसके साथ ही गंभीर ने ये भी कहा कि कोरोना वायरस (Coronavirus) के बाद जब क्रिकेटर मैदान पर वापसी करेंगे तो उनके मन में काफी डर होगा. गंभीर ने कहा, 'यह वैसे हर इंसान पर निर्भर करता है, लेकिन हां जब वो लोग खेलने जाएंगे तो थोड़ा बहुत डर तो होगा ही. हो सकता है कि कुछ समय बाद खिलाड़ी मैदान पर जाने के बाद मैच के माहौल में इसे भूल जाएं और मैच में रम जाएं.'

कोविड-19 की वजह से आज पूरी दुनिया में हर तरह की क्रिकेट पर रोक लगी हुई है पर गंभीर के अनुसार आईसीसी और सभी क्रिकेट बोर्ड राजी हों तो इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाला टी-20 वर्ल्ड कप हो सकता है. इस बारे में गंभीर ने कहा, 'यह बीसीसीआई और आईसीसी और बाकी के बोर्ड पर निर्भर है कि वो क्या सोचते हैं. उन्हें सभी हितधारकों को एक साथ लाना होगा, जिसमें सभी देशों के बोर्ड शामिल हैं और उन्हें एक साथ आकर फैसला लेना होगा. अगर क्रिकेट खेलने वाले सभी देश एक साथ आ सके तो टी-20 विश्व कप संभव हो सकता है, अन्यथा मैं इसे होते हुए नहीं देखता.'

गंभीर ने स्लाइवा पर लगने वाले प्रतिबंध पर भी बात की और कहा, 'यह गेंदबाजों के लिए सबसे मुश्किल चीज होगी. आईसीसी को इसके विकल्प के साथ आना होगा. गेंद को चमकाए बिना मुझे नहीं लगता कि बल्ले और गेंद में बराबरी की प्रतिस्पर्धा हो पाएगी. अगर वह स्लाइवा का उपयोग प्रतिबंधित करते हैं तो उन्हें फिर इसके किसी विकल्प के साथ आना होगा जिससे गेंद को चमकाने में मदद मिले. यह काफी जरूरी है, नहीं तो क्रिकेट देखने में मजा नहीं आएगा.'

2 बार के विश्व कप विजेता गंभीर से प्रश्न पूछा गया कि जब क्रिकेट दोबारा शुरू होगा तो क्या खिलाड़ियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा? इसका गंभीर ने यूँ जवाब दिया, 'फिटनेस के नजरिए से यह मुश्किल नहीं होगा क्योंकि खिलाड़ी पेशेवर हैं. उनका अपना एक कार्यक्रम है, जिसे वो फॉलो करते हैं. कई लोगों के पास अपनी जगह और जिम है. लेकिन स्किल के नजरिए से, यह मुश्किल होगा क्योंकि अभी तक आपने अभ्यास नहीं किया है और ऐसे में स्किल में सुधार करना मुश्किल होगा.'

गंभीर ने कहा, 'मानसिक स्तर पर यह ज्यादा तरोताजा होकर लौटने वाली चीज होगी. आप अपना खेल इस बात से शुरू कर सकते हैं कि कहां आपको सुधार करने की जरूरत है और किस चीज पर काम करना है. फिटनेस और मानसिकता मुद्दा नहीं होंगे लेकिन स्किल तब तक चिंता का विषय रहेगी, जब तक वे लोग जाकर खेलते नहीं हैं.'

Trending news