Robin Minz: 'कोई नहीं लेगा तो हम ले लेंगे', ऑक्शन में करोड़पति बने रॉबिन मिंज के पिता से धोनी ने किया था वादा
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Robin Minz: 'कोई नहीं लेगा तो हम ले लेंगे', ऑक्शन में करोड़पति बने रॉबिन मिंज के पिता से धोनी ने किया था वादा

IPL Auction: झारखंड के विकेटकीपर बल्लेबाज रॉबिन मिंज को गुजरात टाइटंस ने 3.6 करोड़ रुपये में आगामी आईपीएल सीजन से पहले ऑक्शन में खरीदा. अब उनके पिता ने धोनी को लेकर एक खुलासा किया है.

Robin Minz: 'कोई नहीं लेगा तो हम ले लेंगे', ऑक्शन में करोड़पति बने रॉबिन मिंज के पिता से धोनी ने किया था वादा

Robin Minz father statement: आईपीएल 2024 से पहले हुए मिनी ऑक्शन में कई अनकैप्ड प्लेयर्स की किस्मत चमकी. 20 लाख के बेस प्राइस वाले युवा क्रिकेटर मिनटों में करोड़पति बन गए. इस लिस्ट में झारखंड 'आदिवासी' प्लेयर रॉबिन मिंज भी शामिल हैं. उन्हें 2021 में आईपीएल खिताब जीतने वाली गुजरात टाइटंस ने 3.6 करोड़ रुपये में खरीदा. अब उनके पिता ने धोनी को लेकर एक खुलासा कर दिया है. उन्होंने बताया है कि चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने उनसे वादा किया था.

पिता को ऐसे पता चला 

रॉबिन मिंज के पिता ने उस वाकये को याद किया जब उन्हें पता चला कि उनके बेटे को आईपीएल में खरीद लिया गया है. फ्रांसिस जेवियर मिंज इंडियन एक्सप्रेस पर बात करते हुए कहा, 'एक सीआईएसएफ जवान मेरे पास आया और मुझे गले लगाते हुए बोला, अरे फ्रांसिस सर आप तो करोड़पति बन गए.' बता दें कि रोबिन मिंज के पिता 48 साल के रिटायर्ड आर्मी मैन फ्रांसिस जेवियर मिंज रांची हवाई अड्डे पर एक फर्म द्वारा नियुक्त सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करते थे. वह यात्रियों को उनके बोर्डिंग पास के लिए मदद कर रहे थे. 

धोनी ने किया था वादा 

रॉबिन के पिता ने यह भी बताया कि वह हाल ही में धोनी से मिले थे. उन्होंने उस इस मुलाकात को याद करते हुए कहा, 'मैं हाल ही में एयरपोर्ट पर धोनी से मिला था. उन्होंने मुझसे कहा फ्रांसिस जी कोई नहीं लेगा तो हम ले लेंगे.' बता दें कि रॉबिन के लिए मुंबई इंडियंस और गुजरात टाइटंस के बीच बिडिंग वॉर चला, जिसके बाद गुजरात ने उन्हें 3 करोड़ 60 लाख रुपये में बुक कर लिया.

आदिवासी क्षेत्र से आते हैं रॉबिन 

बात दें कि रॉबिन मिंज परिवार तेलगांव गांव से है, जो झारखंड में गुमला जिले के आदिवासी क्षेत्र के अंडर आता है. रॉबिन के पिता फ्रांसिस मिंज एथलेटिक्स में थे और खेल की बदौलत उन्हें भारतीय सेना में नौकरी मिल गई. जब वह सेना में थे तो परिवार रांची चला गया, जहां फ्रांसिस के बेटे रॉबिन को क्रिकेट खेलना का जूनून सवार हो गया. बड़े होने के दौरान रॉबिन ने एमएस धोनी को अपना आदर्श माना. वह रांची और देश के सभी बच्चों की तरह रॉबिन भी अगला धोनी बनना चाहते थे.

'रांची का गेल' कहते हैं कोच 

रॉबिन रांची के सॉनेट क्रिकेट क्लब में तीन कोचों के अंडर प्रैक्टिस करते हैं. उनकी बल्लेबाजी पर काम करने वाले आसिफ हक उनकी तुलना वेस्टइंडीज के पावरहाउस क्रिस गेल से करते हैं. आसिफ ने बताया, 'हम उन्हें रांची का गेल कहते हैं. वह बाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हैं और बड़े-बड़े छक्के मारता है. एक नए जमाने का क्रिकेटर, जो पहली गेंद से ही गेंदबाजों का सामना करना पसंद करता है. 200 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करने में विश्वास रखता है.'

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