रणजी ट्रॉफी 2023-24 में विदर्भ को हराकर मुंबई की टीम ने कमाल ही कर दिया. पिछले 8 सालों का सूखा खत्म करते हुए मुंबई की टीम ने रिकॉर्ड 42वां रणजी खिताब अपने नाम किया. इसके साथ ही टीम को मिलने वाली प्राइज मनी भी डबल कर दी गई है.
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Ranji Trophy Winner Prize Money: रणजी ट्रॉफी 2023-24 के रोमांचक फाइनल मैच को मुंबई ने अपने नाम किया. मैच के पांचवें और आखिरी दिन मुंबई के गेंदबाजों ने विदर्भ को 368 रन पर समेटकर 169 रन से जीत टीम को झोली में डाल दी. मुंबई का यह इस टूर्नामेंट इतिहास का 42वां खिताब है. इस जीत के साथ ही मुंबई स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन ने प्राइज मनी दोगुनी करने का ऐलान भी कर दिया. मुंबई की टीम को 42वां रणजी ट्रॉफी खिताब जीतने पर अतिरिक्त 5 करोड़ रुपये मिलेंगे.
डबल हुई प्राइज मनी
वानखेड़े स्टेडियम में आखिरी दिन तक चले फाइनल मुकाबले में विदर्भ को 169 रनों से हराकर मुंबई ने रिकॉर्ड 42वां रणजी खिताब जीता. मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव अजिंक्य नाइक इस जीत के बाद एक बयान में कहा, 'एमसीए अध्यक्ष अमोल काले और एपेक्स काउंसिल ने रणजी ट्रॉफी प्राइज मनी को दोगुना करने का फैसला किया है. एमसीए विजेता मुंबई रणजी ट्रॉफी टीम को 5 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि का भुगतान करेगा. यह एमसीए के लिए बहुत अच्छा साल रहा है, क्योंकि एसोसिएशन ने 7 खिताब जीते हैं और हमने बीसीसीआई टूर्नामेंट में सभी आयु ग्रुप्स में नॉकआउट स्टेज में जगह बनाई है.'
मुंबई के कोच ने की MCA की तारीफ
रणजी ट्रॉफी में मुंबई का हमेशा से दबदबा रहा है. मुंबई की टीम इस टूर्नामेंट के अब तक 90 वर्षों के इतिहास में 48 फाइनल खेल चुकी है, जिसमें 42 बार जीतने में कामयाब रही है. मुंबई के मुख्य कोच ओंकार साल्वी, जिन्हें पिछले साल इस पद पर नियुक्त किया गया था, उन्होंने प्राइज मनी को दोगुना करने के एमसीए के कदम की सराहना की. उन्होंने कहा, 'सभी खिलाड़ियों के लिए आजकल बहुत कम संस्थान हैं जो नौकरी देते हैं. युवाओं के लिए, फ्रेंचाइजी क्रिकेट के प्रति भी बहुत आकर्षण है जहां बहुत सारा पैसा भी है.'
BCCI को लेकर दिया बयान
मुंबई के कोच ने आगे कहा, 'बीसीसीआई वह कदम उठा रही है और उसके साथ-साथ उस पैसे को भी जुटा रही है, एमसीए उस राशि को बराबर करने के लिए कदम आगे बढ़ा रहा है, यह उन खिलाड़ियों के लिए एक बड़ी मदद है जिनके पास कुछ नौकरियां या कुछ कमाई नहीं है. उन्होंने आगे कहा, ;यह निश्चित रूप से एक प्रेरणा है - मॉनिटरी हेल्प उन्हें सुरक्षा देगी और यह निश्चित रूप से उन्हें मानसिक और वित्तीय रूप से स्थिर करेगी ताकि वे खेल पर और ध्यान दे सकें.'
आखिरी दिन जीता मुंबई
मैच के अंतिम दिन विदर्भ के कप्तान अक्षय वाडकर (102 रन) और हर्ष दुबे (65 रन) ने मुंबई को पूरे पहले सेशन में अच्छा खासा परेशां किया, जब विदर्भ ने पांच विकेट पर 248 रन बनाए और उसे जीत के लिए 290 रनों की जरूरत थी. लेकिन इसके बाद के सेशन में दोनों सेट बल्लेबाज आउट हो गए और विदर्भ की पारी लड़खड़ा गई. टीम 368 रन पर आउट हो गई और मुकाबला हार गई. विदर्भ का यह तीसरा रणजी फ़ाइनल था. पहले दो फाइनल मैचों में टीम ने जीत दर्ज की थी.