Nandre Burger : भारतीय टीम को हर फॉर्मेट में परेशान करने वाले साउथ अफ्रीका के लेफ्ट आर्म पेसर नान्द्रे बर्गर (Nandre Burger) कभी टेनिस प्लेयर बनना चाहते थे, लेकिन एक दुर्घटना ने उन्हें रैकेट छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया. 28 साल के बर्गर ने फिर क्रिकेट में ऐसा धमाल मचाया कि हर कोई हैरान रह गया.
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Nandre Burger Success Story: नान्द्रे बर्गर, ये ऐसा नाम है जिसका सामना करने में विराट कोहली (Virat Kohli) जैसा दिग्गज बल्लेबाज भी परेशान हो रहा है. साउथ अफ्रीका के 28 साल के लेफ्ट आर्म पेसर नान्द्रे बर्गर (Nandre Burger) ने भारत के खिलाफ सेंचुरियन में खेले गए बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच से इस फॉर्मेट में डेब्यू किया. अपने पहले ही टेस्ट मैच में धमाल मचाते हुए बर्गर ने कुल 7 विकेट हासिल किए. इनमें शुभमन गिल, केएल राहुल जैसे बड़े नाम भी शामिल रहे. कमाल देखिए कि यशस्वी जायसवाल और विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल को दोनों पारियों में नान्द्रे बर्गर ने पवेलियन का रास्ता दिखाया. हालांकि बर्गर कभी दिग्गज रोजर फेडरर (Roger Federer) जैसा बनना चाहते थे.
15 साल की उम्र में देख लिया था भविष्य
साल 2014, तब जोहानिसबर्ग में यूनिवर्सिटी ऑफ विटवाटरसैंड (WITS) के क्रिकेट कोच नील लेवेनसन ने बर्गर को देखा. वह उत्साहित हो गए और लेवेनसन ने सोचा कि उन्होंने साउथ अफ्रीका की तेज गेंदबाजी का भविष्य देख लिया है. उन्होंने हालांकि माना कि अब भी बहुत तकनीक सुधारने का काम करना बाकी है, जैसे लैंडिंग फुट से गेंद रिलीज करना. उन्होंने ये बात खुद नान्द्रे बर्गर को बताई. उन्होंने तब बर्गर से कहा था- आप पेशेवर क्रिकेट खेल सकते हैं और 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते हैं, बस चिंता की एक छोटी सी बात है.
केवल एंजॉय करने गए थे बर्गर
नान्द्रे बर्गर पेशेवर क्रिकेटर नहीं बनना चाहते थे. यूनिवर्सिटी में क्रिकेट खेलना उनके लिए मनोरंजन मात्र था, जबकि उन्होंने खेल मनोविज्ञान में डिग्री हासिल की थी. वह टेनिस प्लेयर बनना चाहते थे. वह तब थोड़ा बहुत क्लब क्रिकेट खेलते थे. एटीपी टूर पर जाने की महत्वाकांक्षा रखते हुए नान्द्रे यूट्यूब पर रोजर फेडरर को देखते और उनकी तरह खेलना चाहते थे. हालांकि, ये उनके पांच साल के जुनून के लिए थोड़ा बुरा हुआ क्योंकि 15 साल के बर्गर को पीठ में ऐंठन शुरू हो गई और उन्हें रैकेट छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा.
मां और दादी का सामना करने से हुई शुरुआत
गौतेंग प्रांत के शहर क्रूगर्सडॉर्प में पले-बढ़े, नान्द्रे की शुरुआत अपनी मां और दादी के साथ अस्थायी लकड़ी की छड़ी और फॉइल पेपर बॉल प्रतियोगिता से हुई थी. WITS में उस नेट सेशन तक उन्होंने कुछ हद तक क्लब क्रिकेट भी खेला लेकिन जो भविष्य उनका लेवेनसन ने देखा, वह बहुत दूर लग रहा था.
डेब्यू टेस्ट मैच में ही धमाल
लेवेनसन और नान्द्रे बर्गर के सपने को पूरा होने में काफी वक्त लगा, लगभग एक दशक. बाद में उन्होंने साउथ अफ्रीका के लिए हर फॉर्मेट में डेब्यू किया. राजस्थान रॉयल्स के लिए उन्हें आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट भी मिल गया. फिर बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में भारत के खिलाफ 7 विकेट लेना तो जैसे सपना ही था. बर्गर ने अभी तक एक टेस्ट, 3 वनडे और 1 ही टी20 इंटरनेशनल मैच खेला है. दिलचस्प है कि सभी मैच भारत के खिलाफ खेले. उन्होंने टेस्ट में 7, वनडे में 5 और टी20 इंटरनेशनल में 1 विकेट लिया है.