युवराज सिंह के मुताबिक 2 भारतीय तोड़ सकते हैं उनकी फास्टेस्ट 50 का रिकॉर्ड, जानिए कौन हैं वो
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युवराज सिंह के मुताबिक 2 भारतीय तोड़ सकते हैं उनकी फास्टेस्ट 50 का रिकॉर्ड, जानिए कौन हैं वो

युवराज सिंह ने साल 2007 में आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान महज 12 गेंदों में इंग्लैंड के खिलाफ अर्धशतक लगाकर सनसनी मचाकर रख दी थी.

युवराज सिंह के मुताबिक 2 भारतीय तोड़ सकते हैं उनकी फास्टेस्ट 50 का रिकॉर्ड, जानिए कौन हैं वो

नई दिल्ली: क्रिकेट की दुनिया में जब भी किसी खिलाड़ी का कद नापा जाता है तो सबसे पहले उसके रिकॉर्ड देखे जाते हैं. यदि बात भारत के पूर्व धुरंधर ऑलराउंडर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) की करें तो क्रिकेट प्रेमियों के जेहन में सबसे पहले उनके 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्राड के एक ओवर में लगाए छह छक्के याद आते हैं तो दूसरे ही पल याद आता है टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट में महज 12 गेंद में सबसे तेज फिफ्टी लगाने का वर्ल्ड रिकार्ड. टी-20 वर्ल्ड कप 2007 में डरबन के मैदान पर इंग्लैंड के ही खिलाफ बनाया गया ये रिकार्ड 13 साल बाद भी बल्लेबाजों के लिए सबसे बड़ा चैलेंज है. लेकिन अब युवराज सिंह ने खुद उन 2 क्रिकेटरों के नाम बताए हैं, जो इस रिकार्ड को तोड़ने की कुव्वत रखते हैं.

  1. युवराज के नाम सबसे तेज 50 का रिकॉर्ड.
  2. इंग्लैंड के खिलाफ बनाया था ये रिकॉर्ड.
  3. हार्दिक और राहुल तोड़ सकते हैं ये रिकॉर्ड.

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राहुल और पांड्या का मानते हैं दावेदार

युवी ने एक ऑनलाइन चैट में माना कि टीम इंडिया के धुरंधर सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (KL Rahul) और तूफानी आलराउंडर हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya), वो 2 क्रिकेटर हैं, जो उनका फास्टेस्ट 50 का रिकार्ड अपने नाम कर सकते हैं. उन्होंने हार्दिक पांड्या की आईपीएल-2019 में इडेन गार्डन स्टेडियम में कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) के खिलाफ मुंबई इंडियंस के लिए महज 34 गेंद में 91 रन की पारी का उदाहरण भी दिया. उन्होंने इसे अपनी देखी हुई आईपीएल की सबसे बेस्ट पारियों में से एक बताया.

2023 वर्ल्ड कप जिता सकते हैं पांड्या

युवी ने कहा कि मेरे हिसाब से पांड्या में जबरदस्त टेलेंट है. लेकिन किसी को उनके सिर (दिमाग) पर काम करने की जरूरत है. वह बेहद मेहनती है और बहुत अच्छा इंसान है. उन्होंने कहा, यदि कोई हार्दिक को धैर्य रखना सिखाने का काम करेगा तो वह टीम इंडिया के लिए 2023 वर्ल्ड कप जीतने के लिए बहुत बड़ा खजाना साबित हो सकता है. युवी ने यह भी माना कि 2019 वर्ल्ड कप में भी हार्दिक गेंद और बल्ले से टीम इंडिया की धुरी साबित हो सकते थे. हार्दिक ने 2019 वर्ल्ड कप में 226 रन बनाने के अलावा 10 विकेट भी लिए थे. सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार्दिक ने विकट परिस्थितियों में 32 रन बनाए थे, लेकिन धैर्य की कमी से वे इसे बड़ी पारी में नहीं बदल सके थे.

युवी चाहते हैं टीम इंडिया से जोड़ा जाए मनोवैज्ञानिक

युवी चाहते हैं कि टीम इंडिया के साथ एक मनोवैज्ञानिक (मेंटल कंडीशनिंग कोच) जोड़ा जाए, जो खासतौर पर टीम में आने वाले नए युवा खिलाड़ियों को इंटरनेशनल क्रिकेट के दबाव से जूझने में मदद कर सके. वे इसके लिए ऋषभ पंत और पृथ्वी शॉ का उदाहरण भी देते हैं. घरेलू क्रिकेट में बेहद जबरदस्त प्रदर्शन करने वाले पंत को पूरी दुनिया टेलेंट का भंडार मानती है, पर अभी तक उनका करियर अप-डाउन से ही जूझ रहा है. इसी तरह शतक से शुरुआत करने वाले पृथ्वी छोटी सी उम्र में ही डोपिंग बैन झेल चुके हैं.

2011 वर्ल्ड कप का दिया उदाहरण

युवी ने टीम के साथ मेंटल कंडीशनिंग कोच जोड़ने के लाभ बताने के लिए 2011 वर्ल्ड कप का उदाहरण दिया. उस समय टीम के साथ पैडी उप्टन मौजूद थे, जो 3 साल से टीम के साथ जुड़े हुए थे. वर्ल्ड कप में कठिन परिस्थितियों में भी टीम इंडिया के जुटे रहने के लिए उप्टन की मेंटल कंडीशनिंग को ही श्रेय दिया गया था. उप्टन ने वर्ल्ड कप-2011 के बाद अपना कांट्रेक्ट आगे नहीं बढ़ाया था. युवी का मानना है कि अगर इस बार भी अभी से मेंटल कंडीशनिंग कोच टीम के साथ जोड़ दें तो बहुत अच्छा रहेगा.

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