दो दशक तक क्रिकेट पर राज, अब वर्ल्डकप क्वालिफायर राउंड से ही बाहर हाेने का खतरा
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दो दशक तक क्रिकेट पर राज, अब वर्ल्डकप क्वालिफायर राउंड से ही बाहर हाेने का खतरा

आईसीसी क्रिकेट वर्ल्डकप क्वालीफायर अभ्यास मैच में ही उसे अफगानिस्तान की टीम ने हरा दिया. ऐसे में वेस्ट इंडीज की टीम वर्ल्डकप कैसे खेल पाएगी, इस पर अभी से संकट के बादल मंडरा रहे हैं.

अफगानिस्तान के खिलाफ वेस्टइंडीज को 29 रन से हार का सामना करना पड़ा. फोटो : ट्विटर

नई दिल्ली : क्रिकेट की दुनिया में करीब दो दशकों तक राज करने वाली वेस्टइंडीज की टीम आज सबसे बुरे दौर से गुजर रही है. उसके खेल का स्तर किस कदर नीचे जा चुका है, इसका अंदाजा इस बात से लगाइए कि आईसीसी क्रिकेट वर्ल्डकप क्वालीफायर अभ्यास मैच में ही उसे अफगानिस्तान की टीम ने हरा दिया. ऐसे में वेस्ट इंडीज की टीम वर्ल्डकप कैसे खेल पाएगी, इस पर अभी से संकट के बादल मंडरा रहे हैं. कभी अपने तेज गेंदबाजों के दम पूरी दुनिया भर के बल्लेबाजों के अंदर खौफ भर देने वाली टीम इस समय दुनिया की टॉप 8 टीमों में शामिल नहीं है.

  1. वर्ल्डकप क्वालिफाइर के वॉर्मअप मैच में अफगानिस्तान से हारी विंडीज
  2. क्रिस गेल जैसे खिलाड़ियों को इस टूर्नामेंट में खेलने के लिए बुलाया गया
  3. कई अहम खिलाड़ी वेस्ट इंडीज के अब भी पाकिस्तान लीग में खेल रहे हैं

यही कारण है कि उसे अगले साल इंग्लैंड में होने वाले वर्ल्डकप के लिए क्वालिफाइंग मैच खेलने पड़ रहे हैं. इन क्वालिफाइंग मैचों के लिए उसे अफगानिस्तान, नीदरलैंड जैसी टीमों से भिड़ना है. मंगलवार जब एक अभ्यास मैच में उसका सामना अफगानिस्तान से हुआ तो उसे हार का मुंह देखना पड़ा.

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4 मार्च से 25 मार्च तक ये क्वालिफाइर टूर्नामेंट खेला जाएगा. इससे दो टीमें वर्ल्डकप के लिए क्वालिफाइ करेंगी. लेकिन वेस्ट इंडीज टीम की सांसें वॉर्मअप मैच में ही फूलने लगी हैं. ऐसे में उसके कप्तान जेसन होल्डर का ये कहना कि अब टीम के तीसरे विश्वकप जीतने का समय आ गया है, थोड़ा अचंभित कर रहा है.

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ऐसा था 80 के दशक में वेस्ट इंडीज का जलवा
यूं तो 70 के दशक में भी वेस्ट इंडीज की टीम का जलवा रहा. इसी दशक में वह दो बार वर्ल्ड चैंपियन बनी. लेकिन 80 के दशक में वेस्टइंडीज ने अपने खेल के दम पर पूरी दुनिया में राज किया. 1980 में एक टेस्ट सीरीज हारने के बाद पूरे दस साल तक वेस्ट इंडीज की टीम कोई भी सीरीज नहीं हारी.

  • 80 के दशक में वेस्टइंडीज की टीम 11 सीरीज में उसे हार का सामना नहीं करना पड़ा.
  • लगातार 27 टेस्ट में वेस्टइंडीज की टीम को दुनिया की कोई भी टीम हरा नहीं पाई.
  • इस एक दशक में वेस्टइंडीज की टीम ने कुल 85 टेस्ट मैच खेले.
  • इन 85 टेस्ट में वेस्ट इंडीज की टीम को 44 टेस्ट मैचों में जीत मिली. उसे सिर्फ 9 टेस्ट मैचों में जीत मिली.

घर के बाहर टीमें करती हैं कमजोर प्रदर्शन इस मिथक को भी तोड़ा
इस एक दशक में उसने 20 सीरीज में हिस्सा लिया. इनमें 8 सीरीज वेस्ट इंडीज ने घर में और 12 सीरीज घर से बाहर खेलीं. इसमें 11 सीरीज में या तो वेस्टइंडीज की टीम जीती या फिर टेस्ट सीरीज ड्रॉ रही. लेकिन वेस्ट इंडीज की टीम हारी नहीं. यानी उसने उस मिथक को भी तोड़ दिया कि दुनिया की मजबूत टीमें भी घर के बाहर जाकर हार जाती हैं.

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क्यों हो रहा है वेस्ट इंडीज क्रिकेट का ये हाल
वेस्ट इंडीज कई छोटे छोटे केरिबियाई देशों को मिलाकर बनाई गई एक टीम है. इन देशों के प्रतिनिधि मिलकर वेस्ट इंडीज क्रिकेट को चलाते हैं. पिछले सालों में क्रिकेट में मिली लगातार हार के कारण यहां पर क्रिकेट के प्रशंसक भी कम हुए हैं. क्रिकेट बोर्ड और खिलाड़ियों में पैसों को लेकर बड़ी तकरार भी हुई है. नतीजा ये निकला कि इनकी टीम के ज्यादातर खिलाड़ी दूसरे देशों की लीग में जाकर खेलने लगे. राष्ट्रीय टीम में प्रतिभाओं का अकाल है. टीम जब वर्ल्डकप क्वालिफाइर के लिए खेल रही है, तब भी उसके कई अहम खिलाड़ी जैसे, सुनील नरेन, डेरेन ब्रावो, आंद्रे रसेल पाकिस्तान की लीग में खेलने में व्यस्त हैं.

राष्ट्रीय भावना की भी कमी
मैच से पहले जब क्रिकेट के मैदान में सभी टीमों के खिलाड़ी अपने अपने राष्ट्रगान को गाने के लिए खड़े होते हैं, ऐसे में वेस्ट इंडीज के खिलाड़ियों के लिए कोई एक राष्ट्रगान नहीं है. वह सभी खड़े तो होते हैं, लेकिन सभी अलग अलग अपना अपना राष्ट्रगान गुनगुनाते हैं.

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