इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड मुथैया मुरलीधरन के नाम है. वहीं, दूसरे नंबर पर शेन वॉर्न हैं. इन दोनों दिग्गजों ने अपनी घूमती गेंदों पर तमाम बल्लेबाजों को नचाया, लेकिन इनसे भी घातक एक स्पिनर दुनिया में आया जिसने 4000 से ज्यादा विकेट चटकाए.
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इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड मुथैया मुरलीधरन के नाम है. वहीं, दूसरे नंबर पर शेन वॉर्न हैं. इन दोनों दिग्गजों ने अपनी घूमती गेंदों पर तमाम बल्लेबाजों को नचाया, लेकिन इनसे भी घातक एक स्पिनर दुनिया में आया जिसने 4000 से ज्यादा विकेट चटकाए. जी हां, यह सच है. बस फर्क है कि इंग्लैंड के इस दिग्गज ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 4000 से ज्यादा शिकार किए. इनका नाम है विल्फ्रेड रोड्स. विल्फ्रेड ने 1000 से ज्यादा फर्स्ट क्लास मैच खेले और 4000 से ज्यादा बल्लेबाजों का शिकार किया. उनकी स्पिन का जादू किस कदर चलता होगा, इसकी गवाही आंकड़े दे रहे.
4204 विकेट का वर्ल्ड रिकॉर्ड
इंग्लैंड के लिए 1899 से 1930 तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने वाले विल्फ्रेड रोड्स ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड अपने नाम किया हुआ है. बराबरी या तोड़ना तो दूर कोई आज तक उनके इस रिकॉर्ड के आस-पास भी नहीं भटक सका है. विल्फ्रेड ने 1898 में फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलना शुरू किया और इसके अगले ही साल इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रख दिया. फर्स्ट क्लास में इस दिग्गज ने 4204 विकेट झटके. दुनिया का कोई दूसरा बॉलर 4000 फर्स्ट क्लास विकेटों का आंकड़ा भी नहीं छू सका है. विल्फ्रेड स्लो लेफ्ट आर्म ऑर्थोडॉक्स बॉलर थे. फर्स्ट क्लास करियर में उन्होंने 287 बार 5 विकेट हॉल और 68 बार 10 विकेट हॉल भी अपने नाम किया, जो अपने आप में महान उपलब्धि है.
1000 से भी ज्यादा मैच खेले
विल्फ्रेड रोड्स के नाम फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे ज्यादा मैच खेलने का भी वर्ल्ड रिकॉर्ड है. उन्होंने 1110 मैच खले. दूसरा कोई भी क्रिकेटर 1000 फर्स्ट क्लास मैचों का आंकड़ा छू भी नहीं सका है. सिर्फ विकेट ही नहीं, फर्स्ट क्लास में विल्फ्रेड ने 39969 रन भी बनाए. इस दौरान उनके बल्ले से 58 शतक और 197 अर्धशतक निकले. उनका बेस्ट स्कोर 267 रन रहा. उनके इंटरनेशनल क्रिकेट पर नजर डालें तो 58 मैच इंग्लैंड के लिए खेले, जिनमें बैटिंग करते हुए 2325 रन और बॉलिंग करते हुए 127 विकेट चटकाए.
मुरलीधरन-वॉर्न बहुत पीछे
मुथैया मुरलीधरन और शेन वॉर्न, ये दो ही गेंदबाज इंटरनेशनल क्रिकेट में 1000 या इससे ज्यादा विकेट ले पाए हैं. ये दोनों दिग्गज भी विल्फ्रेड रोड्स के फर्स्ट क्लास रिकॉर्ड के आस-पास नजर नहीं आते. मुरलीधरन ने 232 फर्स्ट क्लास मैच खेले, जिसमें 1374 विकेट चटकाए. वहीं, वॉर्न ने अपने फर्स्ट क्लास करियर में 301 मैच खेले और 1319 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया.
इंटरनेशनल क्रिकेट में बोली तूती
इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले मुरलीधरन और दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले शेन वॉर्न की तूती बोलती थी. इन दोनों की फिरकी के आगे दिग्गज से दिग्गज बल्लेबाज ढेर हुआ है. मुरलीधरन ने 1347 विकेट इंटरनेशनल क्रिकेट में लिए. इस दौरान 77 बार 5 विकेट हॉल और 22 बार 10 विकेट हॉल लिया. वहीं, शेन वॉर्न ने 1001 विकेट झटके, जिसमें 38 बार 5 विकेट हॉल और 10 बार 10 विकेट हॉल लिया.