सर्जरी से लौटे साहा को पूरी तरह से ठीक होने में समय लगेगा लेकिन उन्हें दिसंबर में होने वाले ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर वापसी की उम्मीद है.
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कोलकाता : टीम इंडिया की टेस्ट टीम से एमएस धोनी के संन्यास लेने के बाद टीम नियमित विकेटकीपर की कमी से जूझ रही है. धोनी के जाने के बाद ऋद्धिमान साहा टीम इंडिया के नियमित विकेटकीपर की दौड़ में शीर्ष पर आ गए थे. लेकिन वे कुछ खास कर नहीं पाए और जल्दी ही चोटों में उलझ गए. टीम इंडिया के इंग्लैंड दौरे पर फिलहाल दिनेश कार्तिक भारत के विकेट कीपर हैं लेकिन बतौर बल्लेबाज वे भी खुद को साबित करने के लिए संघर्षरत हैं.
इसी बीच ऋद्धिमान साहा गुरुवार को मैनचेस्टर से कंधे की चोट की सर्जरी के बाद लौट आए हैं. साहा को उम्मीद है कि वे दिसम्बर में होने वाले ऑस्ट्रेलियाई दौरे तक फिट हो जाएंगे. साहा ने यहां संवाददाताओं से कहा, "मैं अपने हाथ तीन सप्ताह तक घुमा नहीं पाऊंगा. यह आसान नहीं है. आप हाथ हिला नहीं सकते और उसे सिर्फ एक जगह पर ही रखना है. यह तेज गेंदबाजों का सामना करने से भी बुरा है, लेकिन आगे जाने और वापसी करने का यही एक रास्ता है."
एनसीए में स्वास्थ्य लाभ लेंगे साहा
साहा के दाहिने हाथ की कोहनी के नीचे पट्टी बंधी हुई थी. उनकी मैनचेस्टर के आर्म क्लिनिक में सर्जरी हुई है. कुछ सप्ताह बाद साहा राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में स्वास्थ लाभ से गुजरेंगे. इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दौरान साहा को अंगूठे में चोट लग गई थी. इसी वजह से वह अफगानिस्तान के खिलाफ खेले गए एक मात्र टेस्ट मैच से बाहर हो गए थे.
साहा ने ट्वीट कर भी अपने वापसी की जानकारी दी और सभी को खासतौर पर बीसीसीआई का आभार भी व्यक्त किया.
All Is Well..now back home..Thank You everyone for keeping me in your prayers. Grateful to @BCCI for taking care of every minute details. pic.twitter.com/Nhj9ogX8X0
— Wriddhiman Saha (@Wriddhipops) August 9, 2018
इसके बाद साहा को कंधे में चोट लगी जिसके कारण वह इंग्लैंड दौरे से बाहर हो गए. ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज की शुरुआत छह दिसंबर से हो रही है. ऐसे में साहा की वापसी की संभावनाएं ज्यादा लगती हैं. विकेटकीपर-बल्लेबाज ने कहा, "ऑस्ट्रेलिया दौरे में अभी काफी समय बाकी है. देखते हैं क्या होता है."
उन्होंने कहा, "कोई भी चोट के बारे में कुछ नहीं कह सकता. यह खिलाड़ी की जिंदगी का हिस्सा होती है, लेकिन किसी को भी चोट के साथ नहीं खेलना चाहिए." साहा ने कहा, "आमतौर पर 55 फीसदी मामलों में एक बार ठीक होने के बाद वापस नहीं आती. मैं किस तरह से इस चोट से उबरूंगा यह इस पर निर्भर करता है. मैं जल्दबाजी नहीं करना चाहता मैं अपना समय लेना चाहता हूं. मैं धीरे-धीरे आगे बढ़ना चाहता हूं ताकि यह दोबारा वापस न आए."
(इनपुट आईएएनएस)