आईपीएल के 11वें सीजन में बेंगलुरु और चेन्नई के बीच हुए मैच में चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने मैच की दो गेंद शेष रहते अपनी टीम को जीत दिला दी. सबसे खास महेंद्र सिंह धोनी का छक्का लगा कर जीत दिलाना रहा. विनिंग छक्कों के मामले में उनके अनोखे रिकॉर्ड हैं.
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नई दिल्ली : आईपीएल के 11वें सीजन में बेंगलुरु और चेन्नई के बीच हुए मैच में चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने मैच की दो गेंद शेष रहते अपनी टीम को जीत दिला दी. सबसे खास महेंद्र सिंह धोनी का छक्का लगा कर जीत दिलाना रहा जिसने साल 2011 के विश्वकप की यादें ताजा कर दीं. मैच का अंतिम ओवर कर रहे कोरी एंडरसन को ओवर की चौथी गेंद फेंकनी थी. चेन्नई को जीत के लिए 4 रनों की जरूरत थी.
धोनी ने जैसे पहले ही पढ़ लिया था कि एंडरसन ऑफ स्टंप के बाहर वाइड यार्कर फेंकेंगे, और एंडरसन ने वही किया. धोनी इसके लिए पहले से ही तैयार थे. वे पहले ही ऑफ स्टंप के बाहर आए और बिलकुल उसी अंदाज में डीप मिड विकेट के ऊपर से छक्का जड़ दिया जैसा उन्होंने 2011 के फाइनल में किया था. तब भी धोनी ने करीब करीब ऐसा ही शॉट लगा कर भारत को विश्वकप जिताया था.
धोनी को दुनिया सबसे बढ़िया फिनिशर्स में से एक माना जाता है. अंतिम तीन ओवर्स में 30-50 की जरूरत धोनी के लिए कोई चिंता के बात नहीं होती. कैप्टन कूल ने हाल ही में चल रहे आईपीएल के सीजन 11 के मैचों में एक शानदार फिनिशर के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. उनकी आईपीएल में बेंगलुरु और पंजाब के खिलाफ खेली गई पारियां लंबे समय तक याद रखी जाएंगी.
हर फॉर्मेट में लगाए हैं मैच विनिंग छक्के
धोनी क्रिकेट के हर प्रारूप में अब तक 21 मैचों में छक्के साथ अपनी टीम को जीत दिला चुके हैं. एक बार टेस्ट क्रिकेट में दो-दो बार घरेलू क्रिकेट और चैम्पियन्स लीग टी20 में. तीन बार अंतरराष्ट्रीय टी20 मैचों में, चार बार आईपीएल में और 9 बार अंतरराष्ट्रीय वनडे क्रिकेट में धोनी छक्का लगा कर जीत दिला चुके हैं. वनडे का रिकॉर्ड भी धोनी के ही नाम है. धोनी ने सबसे ज्यादा 4 बार श्रीलंका के खिलाफ, दो बार पाकिस्तान और जिम्बाब्वे के खिलाफ और एक बार वेस्टइंडीज के खिलाफ छक्के से जीत दिलाई है.
वहीं धोनी का यह रिकॉर्ड टेस्ट मैचों में कमजोर है क्योंकि टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा बार छक्कों जीत दिलाने का रिकॉर्ड भारत में क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के नाम है. टेस्ट क्रिकेट में जहां धोनी केवल एक ही बार यह काम कर सके हैं, सचिन तेंदुलकर ने छह बार यह कमाल किया है. वे वेस्टइंडीज. इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ऐसा कर चुके हैं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तो उन्होंने दो बार छक्का लगाकर जीत दिलाई है.
बतौर फिनिशर धोनी हैं लाजवाब
लेकिन फिनिशर के तौर पर धोनी का कोई जवाब नहीं है. वनडे में वे चालीस बार नॉट आउट रह चुके हैं जिसमें से उन्होंने 38 बार भारत को जीत दिलाई है. एक बार मैच टाई रहा है. इस तरह से धोनी के नॉटआउट रहते भारत ने केवल एक मैच हारा है वह भी 2013 में कोलकाता के ईडन गार्डन्स में पाकिस्तान के खिलाफ.
हालाकि पिछले कुछ समय से धोनी के प्रदर्शन पर सावल खड़े किए जाने लगे थे. धोनी ने अपने तमाम आलोचकों को अपने बल्ले से ही जवाब दिया है. साल 2018 के आईपीएल में तो धोनी के प्रदर्शन को देख कर उनके आलोचक भी हैरान हैं. उनके प्रशंसकों में कोई कमी नहीं आई है.