Fastest ODI double hundred: मजूमदार ने बताया कि ईशान मैदान ही नहीं अपने कमरे में भी प्रैक्टिस करते थे. वो मैच से 5 दिन पहले से ही बाउंसर पर शॉट मारने की प्रैक्टिस करना शुरू कर देते थे.
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Ishan Kishan's Fastest ODI double hundred: 'वह नेट पर 600 गेंदों का सामना करता है और इसमें से 200 गेंदों पर पावर हिटिंग की प्रैक्टिस करता है.' ये शब्द हैं बांग्लादेश के खिलाफ डबल सेंचुरी ठोकने वाले ईशान किशन के क्रिकेट कोच उत्तम मजूमदार के. बांग्लादेश के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज के आखिरी मुकाबले में ईशान किशन ने धमाकेदार पारी खेली और 131 गेंदों में 210 रन ठोक डाले. इस धुंआधार पारी में उन्होंने 10 छक्के और 24 चौके लगाए.
ईशान की इस पारी पर उनकी तैयारी को लेकर उनके कोच उत्तम मजूमदार ने कई राज खोले. न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में उन्होंने बताया कि शुरुआती दिनों में ही वो ईशान के खेल के मुरीद हो गए थे. उन्होंने बताया कि वो ही नहीं बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एम एस धोनी ने भी ईशान किशन की प्रतिभा का लोहा माना था.
रोज बुलाते थे होटल
उत्तम मजूमदार बताते हैं कि इसी साल जब टीम इंडिया साउथ अफ्रीका की टीम के साथ टी-20 मैच खेलने के लिए दिल्ली पहुंची तो उन्हें ईशान ने कॉल किया था. ईशान ने उनसे निवेदन किया कि वो टीम होटल पहुंचे. उन्होंने बताया कि ईशान चाहते थे कि वो रोज होटल आएं. ईशान की तैयारी के बारे में बात करते हुए मजूमदार ने कहा कि प्रैक्टिस सेशन नहीं होने पर वो एनरिक नोकिया और कगिसो रबाडा की शॉर्ट पिच गेंदबाजी का सामना करने की तैयारी करते थे. वो हर तरीके बाउंसर्स के लिए तैयार होना चाहते थे.
कमरे में ही करते थे प्रैक्टिस
मजूमदार ने बताया कि ईशान मैदान ही नहीं अपने कमरे में भी प्रैक्टिस करते थे. वो मैच से 5 दिन पहले से ही बाउंसर पर शॉट मारने की प्रैक्टिस करना शुरू कर देते थे. ये सब वो अपनी मेंटल स्टेटस को और मजबूत बनाने के लिए करते थे. वो जून में श्रीलंका के तेज गेंदबाज लाहिरू कुमार की गेंद के उनकी सिर पर लगने वाली घटना को याद करते हुए बताते हैं कि ईशान के सिर पर बॉल लगने के बाद उनकी टैक्निक को लेकर सवाल उठने लगे थे. बॉल उनके सिर पर लगी थी और वो उसे खेल नहीं पाए थे. लेकिन इसके बाद उन्होंने इसके लिए तैयारी की और बाद में बाउंसर गेंदों पर छक्के जड़े.
18 साल से साथ हैं मजूमदार
मजूमदार बताते हैं कि जब ईशान के पिता उन्हें अकैडमी लेकर आए थे तब वो महज 6 साल के थे. वो 18 साल से उनके साथ हैं. उन्होंने कहा, 'शुरू में ईशान का बॉडी स्ट्रक्चर ऐसा था कि उन्हें झुककर बॉलिंग करनी पड़ती थी लेकिन वो गजब के कवर ड्राइव लगाते थे. उनके पिता मैंने उसी समय कह दिया था कि एक दिन ये टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करेगा.' आज के प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि उसके बल्ले से निकले 10 छक्कों को देखकर आपको ये अंदाजा हो गया होगा कि उसके शॉट में कितनी ताकत होती है.
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