Trending Photos
नई दिल्ली: मशहूर खिलाड़ियों की चीजों की नीलामी होना कोई नई बात नहीं है, लेकिन क्या किसी प्लेयर के आंसू इतने अहम हो सकते हैं कि उसकी कीमत करोड़ों में लगाई जा सके. दरअसल ये अर्जेंटीना (Argentina) के फुटबॉल स्टार लियोनेल मेस्सी (Lionel Messi) के 'जुदाई वाले आंसू' हैं, शायद इसलिए ये इतने अनमोल हैं.
लियोनेल मेस्सी (Lionel Messi) ने हाल में ही स्पेन (Spain) के मशहूर फुटबॉल क्लब बार्सिलोना (FC Barcelona) से विदाई ली थी. वो इस बार्सिलोना से बचपन से जुड़े थे, लेकिन क्लब के वित्तीय परेशानी के बाद उन्हें अपनी बरसों पुरानी टीम को अलविदा कहना पड़ा और वो फिर पेरिस सेंट जर्मेन (PSG) टीम से जुड़ गए.
विदाई के वक्त रो पड़े मेस्सी
लियोनेल मेस्सी (Lionel Messi) 13 साल की उम्र में बार्सिलोना (Barcelona) से जुड़ गए थे. उनकी करियर को ऊंचाइयों पर ले जाने में इस क्लब का काफी अहम रोल रहा है इसीलिए जब 2 दशक के लंबे सफर के बाद जब उन्होंने बार्सिलोना से विदाई ली तो वो इमोशनल हो गए और स्टेज पर रो पड़े. तभी सामने बैठी उनकी पत्नी एंटोनेला मेस्सी ने एक टिश्यू पेपर (Tissue Paper) निकालकर दिया ताकि मेस्सी अपने आंसू पोंछ सकें.
मेस्सी का टिश्यू पेपर होगा नीलाम
एक जुनूनी फुटबॉल फैन ने उस टिश्यू पेपर (Tissue Paper) को हासिल कर लिया जिससे लियोनेल मेस्सी (Lionel Messi) ने ने अपने आंसू पोंछे थे. फैन ने उस पेपर नैपकिन को नीलामी के लिए उपलब्ध करा दिया है जिसकी कीमत 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी तकरीबन साढ़े 7 करोड़ रुपये रखी गई है. अब देखना होगा कि कौन इसे इतनी ऊंची कीमत पर खरीदेगा.
पिछले साल लियोनेल मेस्सी (Lionel Messi) ने बार्सिलोना को छोड़ने का ऐलान किया था. इसके बाद उनके क्लब ने उन्हें रोकने के लिए उनसे बातचीत शुरू की. लेकिन इस साल जब मेस्सी अपनी फीस में 50 फीसदी की कटौती के साथ कल्ब में रुकने के लिए तैयार हो गए तब कर्ज में डूबे बार्सिलोना ने ही अपने हाथ खींच लिए और कह दिया कि वो मेस्सी को 50 फीसदी कम सैलरी देने की स्थिति में भी नहीं है.
इसके बाद लियोनेल मेस्सी (Lionel Messi) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये ऐलान किया कि वो बार्सिलोना को छोड़ रहे हैं. लेकिन मेस्सी के लिए ये फैसला आसान नहीं था. जब उन्होंने इसकी घोषणा की तो उनका गला भर आया और उन्होंने रोते हुए उस क्लब को फाइनल गुडबाय बोला. जिसके लिए वो 13 साल की उम्र से खेल रहे थे.
मेस्सी ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में बार-बार कहा कि वो बार्सिलोना को नहीं छोड़ना चाहते थे और वो इसके लिए अपनी फीस भी आधी करने को तैयार थे. लेकिन कोरोना वायरस की वजह से दुनिया के ज्यादातर फुटबॉल क्लब की आर्थिक हालत खराब है और फेयर प्ले के नए नियमों की वजह से टीम अब खिलाड़ियों पर एक सीमा से ज्यादा खर्च नहीं कर सकते.