भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई चार मैचों की सीरीज को टीम इंडिया ने 2-1 से जीत लिया है. भारत की इस जीत में टीम इंडिया के तेज गेंदबाज उमेश यादव ने अहम भूमिका निभाई. भारत ने 2016-17 के घरेलू सत्र में उमेश ने कुल 13 टेस्ट मैच खेले है. आमतौर पर भारतीय पिचों से तेज गेंदबाजों को बहुत मदद नहीं मिलती, लेकिन उमेश यादव ने बावजूद इसके बेहतरीन गेंदबाजी का नमूना पेश किया.
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नई दिल्ली : भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई चार मैचों की सीरीज को टीम इंडिया ने 2-1 से जीत लिया है. भारत की इस जीत में टीम इंडिया के तेज गेंदबाज उमेश यादव ने अहम भूमिका निभाई. भारत ने 2016-17 के घरेलू सत्र में उमेश ने कुल 13 टेस्ट मैच खेले है. आमतौर पर भारतीय पिचों से तेज गेंदबाजों को बहुत मदद नहीं मिलती, लेकिन उमेश यादव ने बावजूद इसके बेहतरीन गेंदबाजी का नमूना पेश किया.
हाल ही में उमेश यादव ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में अपनी सफलता का राज खोला है. इंटरव्यू में उमेश ने बताया कि किस तरह शादी के बाद उनकी जिंदगी बदल गई और कैसे वे सफल हुए.
उमेश यादव ने बताया, 'जब मैं टीम में आया था तो टीम से अंदर-बाहर होता रहता था. कभी विकेट लेता था तो कभी नहीं ले पाता था. मुझे टेस्ट मैचों के लिए टीम में जगह नहीं मिल रही थी, मुझे कई टेस्ट सीरीज से बाहर कर दिया गया, मैं टीम में अपना स्थान सुरक्षित नहीं कर पाया था. लेकिन, जब मेरी शादी हो गईतब मेरे अंदर अपने परफॉर्मेंस को लेकर एक अलग ही समझ पैदा हुई.'
उन्होंने बताया कि, 'पत्नी (तान्या) के जिंदगी में आने के बाद जीवन में बदलाव शुरू हुए. अब सिर्फ अपने बारे में ही नहीं, अपने जीवन साथी के बारे में सोचना लगा था. पत्नी के बारे में सोचते हुए ही मैं अपनी परफॉर्मेंस में भी सुधार ला पाया. शादी के बाद आप जो कुछ भी करते हैं तो आप अपने साथी के बारे में भी सोचते हैं और आपको पता रहता है कि कोई ऐसा भी है जो किसी भी परिस्थिति में आपके साथ देने के लिए तैयार रहता है. इस वजह से आप अपने भविष्य को लेकर और अलर्ट हो जाते हैं और प्रैक्टिकल भी.'
उमेश ने बताया, 'मेरी शादी के बाद जब मेरी पत्नी ने शुरू के दो-तीन साल तक मेरे प्रदर्शन में स्थिरता नहीं देखी तो उसने मुझे टोकना शुरू किया. उसने मुझसे कहा कि तुम अच्छा कर रहे हो और मेहनत भी, लेकिन तुम और मेहनत कर सकते हो और इससे भी अच्छा प्रदर्शन भी.’
उमेश यादव ने बताया, ‘मेरी पत्नी ने मुझसे कहा कि उमेश तुम्हारे पास काबिलियत है. मुझे लगता है तुम अपनी काबिलियत के साथ इंसाफ नहीं कर रहे हो. तुम इससे अच्छा कर सकते हो.’ उमेश ने बताया कि एक समय ऐसा भी आया था, जब उन्होंने ये सोच लिया था कि अब ट्रेनिंग छोड़कर घर बैठ जाएं. लेकिन उनकी पत्नी ने उनसे कहा, ‘कोई छुट्टी नहीं लेनी है. प्रैक्टिस पर जाना है तो जाना है.’
उमेश यादव आगे बताते हैं कि, ‘उसकी पहरेदारी में मैं बंक भी नहीं मार सकता था और ना ही प्रैक्टिस के लिए लेट हो सकता था. वह कहती थी, तुम ट्रेनिंग करके आओ और उसके बाद खाली समय में जो भी करना है करो, यही तुम्हारी जॉब है. यही तुम्हारा जूनून है, इसको हासिल करो. अपने किसी खास के मुंह से ऐसी बातें सुनकर, उसका साथ पाकर मुझे एक बार फिर अहसास हुआ कि क्रिकेट ही मेरी जिंदगी है. मुझे लगा कि सबकी नजरों में तो ठीक है, पहले अपनी पत्नी की नजरों में मैं ऐसा बनूं कि उसे लगे कि हां उसके पति में काबिलियत थी और उसने खुद को साबित किया. यहीं से मेरी गेंदबाजी में सुधार की शुरुआत हुई. उसके शब्द हमेशा के लिए मेरे दिमाग में बैठ चुके हैं.’
अपनी शादी के बारे में उमेश यादव ने बताते हैं कि, ‘हम दोनों एक दूसरे से एक कॉमन फ्रेंड के जरिए मिले थे. दो साल तक हमने एक दूसरे को डेट किया और उसके बाद हमने फैसला किया कि अब शादी करते हैं. मुझे वो पसंद आ गई, हम दोनों को एक दूसरे की आदतें अच्छी लगने लगीं. सही समय पर अच्छा जीवन साथी मिल जाए इससे बेहतर आप क्या सोच सकते हैं.’
उमेश यादव ने अपनी डाइट के बारे में बताया, ‘मैं अभी भी घी खाता हूं. मैंने अपने डाइट में बहुत ज्यादा परिवर्तन नहीं किया है. मैं वो सारी चीजें खाता हूं जो एक स्पोर्ट्सपर्सन को खानी चाहिए. मैं मीठा खाने से परहेज करता हूं, बहुत ज्यादा तला भुना नहीं खाता हूं. बस शरीर को फिट रखने के लिए इतना काफी है. मैं दिन में एक बार घी जरूर खाता हूं. मैं शिव जी को मानता हूं तो उनका टैटू बनवा रखा है. मैं सिर्फ बल्लेबाज को आउट करने के लिए बाउंसर्स डालता हूं, यही मेरा काम है और इसे मैं करता हूं. मैदान से बाहर मेरा स्वभाव भगवान बुद्ध जैसा है, मैं शांत रहता हूं.
उमेश यादव ने 2016-17 के सत्र में 11 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 330.5 ओवर गेंदबाजी की और 40.5 की औसत से 25 विकेट चटकाए. इस दौरान उनका इकॉनमी रेट 3.03 का रहा.
आईपीएल में खेलने को लेकर संशय बरकार
रिपोर्ट के मुताबिक, लंबे घरेलू सीजन के बाद उमेश आईपीएल के शुरुआती मैचों से बाहर बैठ सकते हैं. ऐसे रिपोर्ट आ रहे हैं कि भारतीय टीम के तेज गेंदबाज और उनके साथी स्पिनर रविंद्र जडेजा को आईपीएल के 10वें सीजन के शुरुआती दो हफ्तों के लिए आराम दिया जा सकता है.
इस पर केकेआर के सीईओ वेंकी मायसोर ने कहा है कि अगर उमेश को आराम दिया भी जाता है तो हमारे पास काफी अच्छे खिलाड़ी हैं जो उनकी जगह ले सकते हैं। उन्होंने आगे बताया कि कुछ विदेशी खिलाड़ी वीसा के नए नियमों के कारण अभी तक टीम से जुड़ नहीं सके हैं और उनके अगले 48-72 घंटों में टीम के साथ जुड़ने की सम्भावना है। कोलकाता नाइट राइडर्स 7 अप्रैल को गुजरात लायंस के खिलाफ इस सीजन में अपने अभियान की शुरुआत करेगी।