21 साल की नाओमी ओसाका ने ऑस्ट्रेलियन ओपन के महिला सिंगल्स फाइनल में चेक रिपब्लिक की पेत्रा क्वितोवा को हराया.
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मेलबर्न: जापान की नाओमी ओसाका साल की पहली ग्रैंडस्लैम चैंपियन बन गई हैं. उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन (Australian Open) का महिला खिताब जीतकर यह उपलब्धि अपने नाम की. नाओमी ओसाका (Naomi Osaka) ने शनिवार को खेले गए फाइनल में चेक रिपब्लिक की पेत्रा क्वितोवा को हराया. नाओमी का यह दूसरा ग्रैंडस्लैम खिताब है. उन्होंने 2018 में अमेरिकन ओपन का खिताब जीता था. यानी, उन्होंने अपने करियर में लगातार दो ग्रैंडस्लैम खिताब भी जीत लिए हैं.
21 साल की नाओमी ओसाका ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने के साथ ही दुनिया की नंबर एक महिला खिलाड़ी भी बन गई हैं. वे डब्ल्यूटीए रैंकिंग में पहले स्थान पर पहुंचने वाली जापान और एशिया की भी पहली खिलाड़ी हैं. वुमंस टेनिस एसोसिएशन (डब्ल्यूटीए) रैंकिंग की औपचारिक घोषणा सोमवार को करेगा. नाओमी आस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीतने वाली पहली जापानी खिलाड़ी भी हैं.
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चौथी वरीयता प्राप्त नाओमी ओसाका और आठवीं वरीयता प्राप्त पेत्रा क्वितोवा के बीच फाइनल में दो घंटे 27 मिनट तक कड़ा मुकाबला हुआ. नाओमी ने इस मुकाबले को 7-6 (7-2), 5-7, 6-4 से जीता. क्वितोवा ने हालांकि ओसाका को अच्छी टक्कर दी. पहले सेट में स्कोर 2-2, 3-3, 4-4 रहा. यहां ओसाका ने एक गेम और जीत स्कोर 5-4 कर दिया, लेकिन क्वितोवा ने फिर बराबरी की. ओसाका हालांकि टाई ब्रेकर में सेट जीत ले गईं.
दूसरे सेट में क्वितोवा ने अच्छी शुरुआत करते हुए पहले दो गेम अपने नाम किया. पहले सेट की तरह दूसरे सेट में भी फिर गेम पलटा. 21 साल की जापानी खिलाड़ी ने पहले बराबरी की और फिर 4-2 से आगे हो गईं. यहां ओसाका ने कुछ गलतियां कीं और घबराहट में अंक गंवाए. वहीं 28 साल की क्वितोवा इस दौरान शांत थीं और उन्होंने अपने अनुभव का फायदा उठाते हुए दूसरा सेट जीत मैच को तीसरे सेट में पहुंचा दिया. तीसरे सेट में ओसाका ने पहला सेट गंवाने के बाद 3-1 की बढ़त ली और अपनी बढ़त को बनाए रखते हुए सेट के साथ मैच भी अपने नाम किया.
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टूर्नामेंट के पुरुष सिंगल्स का ड्रीम फाइनल रविवार को होगा. इसमें दुनिया के नंबर-1 खिलाड़ी नोवाक जोकोविच और नंबर-2 खिलाड़ी राफेल नडाल आमने-सामने होंगे. छह बार के चैंपियन जोकोविच के पास सातवीं बार यह खिताब जीतने का मौका होगा. दूसरी और राफेल नडाल ने सिर्फ एक बार यह खिताब जीता है. उन्होंने 2009 में यहां खिताब जीता था. उनके पास अपने खिताबों की संख्या दोगुना करने का मौका है.