Tennis: 2019 में बदला-बदला होगा ऑस्ट्रेलियन ओपन, ‘बोरिंग खेल’ रोकने के लिए बदले नियम
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Tennis: 2019 में बदला-बदला होगा ऑस्ट्रेलियन ओपन, ‘बोरिंग खेल’ रोकने के लिए बदले नियम

ऑस्ट्रेलियन ओपन 2019 में 14 जनवरी से खेला जाएगा. इसका फाइनल 27 जनवरी को होगा. 

नोवाक जोकोविच और रोजर फेडरर छह-छह बार ऑस्ट्रेलियन ओपन जीत चुके हैं. (फोटो: PTI)

मेलबर्न/मैड्रिड: टेनिस प्रशंसकों के लिए 2019 का साल कई बदलाव लेकर आने वाला है. उन्हें टेनिस में यह पहला बदलाव जनवरी में होने वाले ऑट्रेलियन ओपन (Australian Open 2019) में देखने को मिलेगा, जिसमें 10 अंकों के टाईब्रेकर का नियम लागू किया जा रहा है. यह टाईब्रेकर अंतिम सेट में 6-6 से स्कोर बराबर हो जाने पर उपयोग में लिया जाएगा. ऑस्ट्रेलियन ओपन के आयोजकों ने इस बात की जानकारी दी. ऑस्ट्रेलियन ओपन, साल का पहला ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट हैं. नए साल में डेविस कप (टीम टूर्नामेंट) भी नए फॉर्मेट में होना है. 

ऑस्ट्रेलियन ओपन 113 साल पुराना टूर्नामेंट है. पहली बार यह टूर्नामेंट 2005 में खेला गया था. साल 2019 में  ऑस्ट्रेलियन ओपन 14 जनवरी से खेला जाएगा. इसका फाइनल 27 जनवरी को होगा. नोवाक जोकोविच और रोजर फेडरर सातवीं बार यह टूर्नामेंट जीतने उतरेंगे. जोकोविच, फेडरर और पूर्व खिलाड़ी रॉय एमर्सन रिकॉर्ड छह-छह बार खिताब जीत चुके हैं. फेडरर ने पिछले साल भी यह खिताब जीता था. महिला वर्ग में सेरेना विलियम्स आठवीं खिताब की तलाश में उतरेंगी. उनसे ज्यादा खिताब सिर्फ मार्गरेट कोर्ट (11) ने जीते हैं. पिछले साल यह खिताब कैरोलिन वोज्नियाकी ने जीता था. 

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टूर्नामेंट के आयोजकों के मुताबिक मौजूदा और पूर्व खिलाड़ी स्कोरिंग के फॉर्मेट में बदलाव करने के इस फैसले में शामिल हैं. आस्ट्रेलियन ओपन के निदेशक क्रेग टिले ने एक बयान में कहा है, ‘हमने 10 अंकों का टाईब्रेकर आखिरी सेट में स्कोर 6-6 से बराबर हो जाने पर लागू करने का फैसला किया है, ताकि प्रशंसकों को शानदार मुकाबले देखने को मिलें. यह लंबा टाईब्रेकर, छोटे टाईब्रेकर में सर्विस के दम पर हावी होने वाले खिलाड़ियों के वर्चस्व को कम करेगा.’

अमेरिका ओपन ने 6-6 के स्कोर पर सात अंकों के टाईब्रेकर का उपयोग किया था. विंबलडन भी टाईब्रेकर के नियम लागू कर चुका है. विंबलडन ने इसी साल यह नियम लागू किया था कि निर्णायक सेट में स्कोर 12-12 हो जाने के बाद फैसला अंतिम टाईब्रेकर में लिया जाएगा. इस तरह अब फ्रेंच ओपन इकलौता ऐसा ग्रैंडस्लैम है जो अभी तक अंतिम सेट में दो गेम के एडवांटेज वाले प्रारुप में खेला जाता है. माना जा रहा है फ्रेंच ओपन भी टाईब्रेकर का नियम अपनाने के लिए विचार कर सकता है. 

(इनपुट: आईएएनएस)

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