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Kasturba Gandhi

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भारत में महिलाओं को बराबरी का हक देने की बात बरसों से हो रही हैं. इसके लिए नारे भी बुलंद किए जाते हैं, लेकिन अभी तक बात महिला-पुरुष के बराबरी तक नहीं पहुंची है. आज देश महात्मा गांधी जयंती मना रहा है. वो गांधी ही थे जिसने आजादी की लड़ाई में देश की महिलाओं के एकत्रित किया था. गांधी न शांति और अहिंसा के पक्ष में रहे बल्कि महिलाओं के प्रति उनका नजरिया भी काफी अलग था. गांधी जी ने कहा था कि अहिंसा हमारे जीवन का धर्म है, तो भविष्य नारी जाति के हाथ में ही है. जहां तक महिलाओं के अधिकारों का सवाल है, मैं  समझौता नहीं करूंगा. गांधी महिलाओं को सशक्तीकरण के रूप में नहीं देखते थे, बल्कि उनका मानना था कि महिलाएं पहले से ही सशक्त हैं. आज गांधी जयंती पर हम आपको महिलाओं के लिए कही गई उनके चुनिंदा विचार बता रहे हैं-
Oct 2,2022, 0:18 AM IST
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Azadi Ka Amrit Mahotsav: भारत को लंबे समय की गुलामी के बाद 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली थी. आजादी मिलने के साथ ही भारत ने लोकतंत्र को मजबूत करने का काम किया. आजादी को हासिल किए लगभग सात दशक गुजर गए हैं और आज भी स्‍वतंत्रता सेनानियों (Indian Freedom Fighters) के लिए हर देशवासी के दिल में सम्मान और गर्व की भावना है. हम हर साल गणतंत्र दिवस (Republic Day) और स्‍वतंत्रता दिवस (Independence Day) के अवसर पर इन सेनानियों को याद करते हैं और अपने आजाद जीवन के लिए उनका शुक्रिया अदा करते हैं. आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं, उन वीरों की वजह से जिन्होंने देश को आजाद करान के लिए अपनी जान देश के लिए न्योछावर कर दी. देश की आजादी में महिलाओं का योगदान कभी भी कम नहीं रहा है. स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर जब भारत 'आजादी का अमृत महोत्सव' मना रहा है, इस रिपोर्ट में हम उन महिलाएं की बात करेंगे जिन्होंने देश की आजादी में अपनी अमिट छाप छोड़ी.  
Aug 12,2022, 12:31 PM IST

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