BharatGPT Hanooman: हनुमान एक ओपन-सोर्स आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) मॉडल की सीरीज है, जिसे भारतीया भाषाओं और टेक्सट या स्पीच को जेनरेट के लिए डिजाइन किया गया है. इस चैटजीपीटी मॉडल का पहला वर्जन मार्च 2024 में लॉन्च हो सकता है.
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What is BharatGPT Hanooman: हनुमान एक सुपर-पावर्ड हेल्पर की तरह है जो कई भारतीय भाषाओं को समझ और बोल सकता है. इसे रिलाइंस इंडस्ट्रीज समेत देश के प्रसिद्ध इंजीनियरिंग इंसटीट्यूट्स ने मिलकर बनाया है. जल्द ही यह मॉडल भारत में डेब्यू कर सकता है. इस चैटजीपीटी मॉडल का पहला वर्जन मार्च 2024 में लॉन्च हो सकता है. इसका नाम प्रसिद्ध हिंदू भगवान हनुमान के नाम पर रखा गया है. आइए आपको इस एआई मॉडल के बारे में विस्तार से बताते हैं.
Hanooman क्या है
हनुमान एक ओपन-सोर्स आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) मॉडल की सीरीज है, जिसे भारतीया भाषाओं और टेक्सट या स्पीच को जेनरेट के लिए डिजाइन किया गया है. इसे सीता महालक्ष्मी हेल्थकेयर (एसएमएल) द्वारा आईआईटी बॉम्बे के नेतृत्व वाले भारत जीपीटी ईकोसिस्टम के साथ पार्टनरशिप में डेवलप किया गया है. साथ ही इसे रिलाइंस जियो से भी सपोर्ट मिला है. कुछ बड़ी कंपनियां एआई टूल बनाती हैं, लेकिन वे हमेशा भारतीय भाषाओं और जरूरतों के लिए अच्छी तरह से काम नहीं कर सकती हैं. हनुमान को विशेष रूप से भारत के लिए बनाया जा रहा है, ताकि यहां की सभी विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों पर विचार किया जा सके.
Hanooman के क्या लक्ष्य हैं
भारतीय भाषाओं में प्रशिक्षित एक शक्तिशाली एआई मॉडल बनाना.
भारत के विभिन्न क्षेत्रों जैसे स्वास्थ्य और शिक्षा की जरूरतों को पूरा करना.
व्यावसायिक रूप से उपलब्ध एलएलएम के लिए एक ओपन-सोर्स विकल्प प्रदान करना.
उन इंटरप्राइजेज के लिए एक क्लोज-स्रोत मॉडल प्रदान करना जिन्हें ऑन-प्रिमाइस सॉल्यूशन की जरूरत होती है.
Hanooman किन कामों में कर सकेगा मदद
हनुमान कई कामों में मदद कर सकता है. यह कई भारतीय भाषाओं में टेक्सट और स्पीच तैयार करने (11 भाषाओं से शुरू होकर सभी 22 आधिकारिक भाषाओं तक विस्तार करना) में मदद कर सकेगा. ऑटोमैटिक स्पीच समराइजेशन की मदद से बातचीत को समराइज कर पाएगा. साथ ही यह स्टूडेंट्स और टीचर्स की भी मदद कर सकेगा. स्टूडेंट्स को यह होमवर्क में असिस्ट कर सकेगा और टीचर्स इसकी मदद एजुकेशनल एक्टिविटीज में ले सकेंगे.