Govt Action against Cyber Crime: शुक्रवार को सरकार ने टेलीकॉम कंपनियों को 28,200 मोबाइल फोन बंद करने का निर्देश दिया है. साथ ही इन हैंडसेट से जुड़े 20 लाख मोबाइल नंबरों की दोबारा जांच करने के लिए भी कहा गया है.
Trending Photos
Govt Order Block Fake Mobile Handsets: सरकार ने मोबाइल से होने वाले साइबर अपराधों पर लगाम लगाने की कोशिश शुरू कर दी है. इसके लिए शुक्रवार को सरकार ने टेलीकॉम कंपनियों को 28,200 मोबाइल फोन बंद करने का निर्देश दिया है. साथ ही इन हैंडसेट से जुड़े 20 लाख मोबाइल नंबरों की दोबारा जांच करने के लिए भी कहा गया है. अगर दोबारा जांच में नंबर सही नहीं पाए जाते हैं तो उन्हें बंद कर दिया जाएगा.
Department of Telecommunications (DoT) issued directions for blocking of 28,200 mobile handsets & re-verification of associated 20 lakh mobile connections: Ministry of Communications pic.twitter.com/mjyALszdRx
— ANI (ANI) May 10, 2024
विभागों के बीच मिलकर हो रही कार्रवाई
देश में साइबर क्राइम और फाइनेंशियल फ्रॉड को रोकने के लिए सरकार ने टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिए हैं. संचार मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी एक बयान में बताया गया है कि ये कार्रवाई विभागों के बीच मिलकर की जा रही है. इसमें दूरसंचार विभाग (DoT), गृह मंत्रालय (MHA) और राज्य पुलिस शामिल हैं.
गृह मंत्रालय (MHA) और राज्य पुलिस ने जांच में पाया कि 28,200 मोबाइल हैंडसेट साइबर क्राइम में इस्तेमाल किए जा रहे हैं. फिर दूसरसंचार विभाग ने जांच की और पाया कि इन मोबाइल फोन से 20 लाख नंबरों का इस्तेमाल किया जा रहा था.
दूरसंचार विभाग ने दिया यह आदेश
इसके बाद दूरसंचार विभाग ने इन मोबाइल फोन को पूरे देश में ब्लॉक करने का आदेश दिया है. साथ ही इन फोन से जुड़े 20 लाख मोबाइल नंबरों की तुरंत दोबारा जांच करने के लिए भी कहा गया है. दोबारा जांच में नंबर सही नहीं पाए जाने पर दूरसंचार विभाग ने टेलीकॉम कंपनियों को नंबरों को बंद करने का आदेश दिया है.
दूरसंचार विभाग से पहले भी उठाया था ये कदम
सरकार का कहना है कि ये कदम लोगों की सुरक्षा और डिजिटल दुनिया को सुरक्षित बनाने के लिए उठाए जा रहे हैं. दूरसंचार विभाग ने इससे पहले भी मंगलवार को एक ऐसे फोन नंबर को बंद कर दिया था जिसका इस्तेमाल फाइनेंशियल स्क्रैम में किया जा रहा था. साथ ही उस नंबर से जुड़े 20 मोबाइल फोन को भी ब्लॉक कर दिया गया था.