Zoom App का करते हैं इस्तेमाल तो हो जाएं सावधान! हैकर्स के अटैक से बचने के लिए करें ये काम, सरकार ने दी चेतावनी
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Zoom App का करते हैं इस्तेमाल तो हो जाएं सावधान! हैकर्स के अटैक से बचने के लिए करें ये काम, सरकार ने दी चेतावनी

Video Calling और मीटिंग्स के लिए अगर आप Zoom App का इस्तेमाल करते हैं तो हम आपको बता दें कि इस ऐप को लेकर सरकार की तरफ से चेतावनी आई है, जिसपर आपको खास ध्यान देना चाहिए.. 

 

Zoom App का करते हैं इस्तेमाल तो हो जाएं सावधान! हैकर्स के अटैक से बचने के लिए करें ये काम, सरकार ने दी चेतावनी

Hacking इंटरनेट और स्मार्टफोन यूसेज का एक बहुत बड़ा और खतरनाक ड्रॉबैक है. हैकर्स ने अटैक करने के कई रास्ते खोज लिए हैं जिनमें से एक स्मार्टफोन ऐप्स है. समर्टफोन ऐप्स के सिक्योरिटी ब्रीच के जरिए हैकर्स आसानी से यूजर्स के पर्सनल डेटा को चुरा लेते हैं और फिर उसी जानकारी के जरिए बैंक अकाउंट्स तक से पैसे निकाल लेते हैं. बता दें कि इस समय हैकर्स का हथियार वीडियो कॉलिंग ऐप जूम (Zoom) है. बता दें कि जूम के जरिए स्पैमर्स यूजर्स को लूट रहे हैं और इस बात को लेकर खद भारत सरकार ने चेतावनी दी है. आइए डिटेल में जानते हैं कि जूम ऐप यूजर्स को हैकर्स से क्या खतरा है, सरकार ने इस बारे में क्या कहा है और इससे किस तरह बचा जा सकता है.. 

Zoom App का करते हैं इस्तेमाल तो हो जाएं सावधान

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अगर आप जूम ऐप (Zoom App) का इस्तेमाल करते हैं तो आपको खतरा है. इस प्लेटफॉर्म पर कई सिक्योरिटी फ्लॉ देखे गए हैं जिनमें जूम खुद हैकर्स को अनुमति दे रहा है कि वो मीटिंग में जुड़ सकें और इस बात की जानकारी मीटिंग के बाकी पार्टिसिपेन्ट्स को नहीं लगेगी. ये जानकारी Indian Computer Emergency Response Team (CERT-In) से मिली है. 

हैकर्स Zoom के जरिए कर रहे हैं अटैक 

बता दें कि ब्रीच अगर सफल हुआ तो हैकर्स मीटिंग्स के ऑडियो और वीडियो फीड्स कोले सकते हैं और इन कॉल्स के दौरान शेयर हुई सेन्सिटिव जानकारी को भी एक्सेस कर सकेंगे. बता दें कि Ministry of Electronics and Information Technology (MeitY) ने हैकर्स के इस थ्रेट लेवल को 'मीडियम' केटेगरी में डाला है.  

सरकार ने दी है चेतावनी 

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरकार और जूम (Zoom) ऐप का यह कहना है कि कुल मिलाकर तीन वल्नरबिलिटीज मिली हैं, जिनके नाम CVE-2022-28758, CVE-2022-28759 और CVE-2022-28760 हैं और ये ऐप के ऑन-प्रेमाइस मीटिंग कनेक्टर एमएमआर को प्रभावित करते हैं. बता दें कि जहां सरकार ने इस बारे में चेतावनी 19 सितंबर, 2022 को दी जबकि ऐप की तरफ से वार्निंग 13 सितंबर, 2022 को आई थी. 

सुरक्षित रहने के लिए करें ये काम 

अगर आप सुरक्षित रहना चाहते हैं और हैकर्स से बचना चाहते हैं तो सरकार का यह सुझाव है कि यूजर्स डेस्कटॉप पर जूम ऐप को तुरंत अपडेट कर दें. अगर आप इस ऐप का इस्तेमाल अपने मोबाइल पर करते हैं तो वहां भी ऐप को लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट कर लें. जूम के साथ-साथ सरकार ने कहा है कि यूजर्स अपना गूगल क्रोम (Google Chrome) ब्राउजर भी अपडेट कर लें. 

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