अमेरिका ने खोली चीन की पोल! काली-करतूत आई सामने, अब Apple बनाएगा ड्रैगन को भीगी बिल्ली
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अमेरिका ने खोली चीन की पोल! काली-करतूत आई सामने, अब Apple बनाएगा ड्रैगन को भीगी बिल्ली

अभी तक Tim Cook की लीडरशिप में Apple अपने प्रोडक्ट्स में डिस्प्ले लगाने के लिए चीन से मदद लेता है. लेकिन अमेरिका ने अब चीन की पोल खोल दी है. अब ऐप्पल चीनी कंपनियों को जोरदार झटका दे सकता है.

 

अमेरिका ने खोली चीन की पोल! काली-करतूत आई सामने, अब Apple बनाएगा ड्रैगन को भीगी बिल्ली

Apple को जल्द ही चीन की कंपनियों से डिस्प्ले खरीदना बंद करना पड़ सकता है. अमेरिका के कांग्रेस ने रक्षा विभाग को बताया है कि चीन इन कंपनियों को बहुत सारा पैसा दे रहा है, जो अमेरिका के लिए खतरनाक है. इससे Apple को दुनिया के दूसरे देशों से डिस्प्ले खरीदने होंगे. Apple दुनिया भर में iPhones, iPads और Macs के लिए अलग-अलग कंपनियों से डिस्प्ले खरीदता है.

US Congress ने खड़े किए सवाल

अमेरिका के हाउस सेलेक्ट कमेटी के अध्यक्ष जॉन मूलेनार ने रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन को एक पत्र लिखा है जिसमें बताया गया है कि चीन की सरकार डिस्प्ले बनाने वाली कंपनियों को बहुत सारा पैसा दे रही है. इससे अमेरिका के लिए खतरा पैदा हो सकता है। इस पत्र में Apple के कुछ सप्लायर जैसे BOE टेक्नोलॉजी ग्रुप और Tianma Microelectronics के बारे में भी बताया गया है. ये कंपनियां अमेरिका के लिए खतरा बन सकती हैं. इन कंपनियों के डिस्प्ले का इस्तेमाल अमेरिका के हथियारों में भी होता है. चीन की सरकार ने इन कंपनियों को बहुत सारा पैसा दिया है जिससे ये कंपनियां बड़ी हो गई हैं और अमेरिका की सेना के लिए खतरा बन सकती हैं.

इसके अलावा, मूलेनार ने बताया है कि BOE और Tianma चीन की सेना से जुड़े हुए हैं. इन कंपनियों की मूल कंपनियां चीन की सेना से जुड़ी हुई हैं और ये कंपनियां चीन के सैन्य-फ्यूजन क्षेत्रों में भी काम करती हैं. इसलिए, मूलेनार ने अमेरिका के रक्षा विभाग को कहा है कि BOE और Tianna को ब्लैकलिस्ट में डाल दिया जाए.

क्या लिखा है लेटर में?

चीन की सरकार LCD और OLED नाम की दो तरह की डिस्प्ले बनाने वाली कंपनियों को बहुत सारा पैसा दे रही है. इससे चीन की कंपनियां बहुत बड़ी हो गई हैं और दूसरे देशों की कंपनियां बाजार से बाहर हो गई हैं. LCD बनाने में चीन का हिस्सा 2004 में 0% था, लेकिन अब यह 72% हो गया है. अब OLED बनाने में भी चीन का हिस्सा 1% से बढ़कर 51% हो गया है.

सबसे खतरनाक बात यह है कि ये दोनों कंपनियां चीन की सेना से जुड़ी हुई हैं. Tianma नाम की कंपनी चीन की एविएशन इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन (AVIC) की सहायक कंपनी है. BOE की स्थापना 1993 में हुई थी और यह चीन की सेना के लिए भी काम करती है. इन कंपनियों के बहुत सारे ग्राहक भी चीन की सेना के लिए काम करते हैं, जैसे कि HiSense.

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