उत्तराखंड घूमने आ रहे हैं तो पहले जान लें ये नया नियम, वरना नहीं मिलेगी देवभूमि में एंट्री!
Advertisement
trendingNow12353653

उत्तराखंड घूमने आ रहे हैं तो पहले जान लें ये नया नियम, वरना नहीं मिलेगी देवभूमि में एंट्री!

बढ़ती पर्यटकों की संख्या के कारण उत्तराखंड की प्राकृतिक खूबसूरती खतरे में पड़ रही है. कचरा फैलाव, प्रदूषण और भीड़भाड़ जैसी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं. ऐसे में उत्तराखंड की खूबसूरती को बचाने के लिए सरकार ने नए नियम बनाया है.

उत्तराखंड घूमने आ रहे हैं तो पहले जान लें ये नया नियम, वरना नहीं मिलेगी देवभूमि में एंट्री!

देवभूमि उत्तराखंड की प्राकृतिक खूबसूरती देखने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं. लेकिन बढ़ते पर्यटन के साथ ही उत्तराखंड की पवित्र नदियों, घने जंगलों और बर्फ से ढके पहाड़ों पर भी खतरा मंडरा रहा है. पर्यटकों द्वारा कूड़ा-कचरा फैलाना, प्लास्टिक का उपयोग करना और वन्यजीवों को परेशान करना जैसी समस्याएं उत्तराखंड की पारिस्थितिकी तंत्र के लिए बड़ी चुनौती बन गई हैं. इसी समस्या को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने पर्यटकों के लिए कुछ नए नियम बनाए हैं.

उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता को बचाने के लिए राज्य सरकार ने राज्य में आने वाले सभी वाहनों में डस्टबिन या कचरा बैग रखना अनिवार्य कर दिया है. इस नियम का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के लिए परिवहन विभाग को सभी प्रवेश बिंदुओं पर नियमित जांच करने के निर्देश दिए गए हैं. उत्तराखंड सरकार ने इस संबंध में उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश के ट्रांसपोर्ट कमिश्नर को पत्र लिखकर इस नियम का पालन सुनिश्चित करने की अपील की है.

बढ़ रहा था कचरा
चारधाम यात्रा मार्ग और मसूरी, देहरादून, नैनीताल जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों पर कचरे के ढेर एक आम समस्या बन चुके थे. कई गैर सरकारी संगठनों और सामाजिक संस्थाओं ने इस मुद्दे पर गंभीर चिंता जताई थी. बावजूद इसके, कई इलाकों में कचरे के ढेर देखे जा सकते थे. मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने एक बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पर्यटकों, टूर ऑपरेटरों, ट्रैवल एजेंसियों और ड्राइवरों को राज्य की सफाई बनाए रखने के लिए जिम्मेदार बनाया जाए.

यात्रा कार्ड
राज्य में प्रवेश करते समय या ऑनलाइन जारी किए जाने वाले यात्रा कार्ड में वाहन मालिकों को आरसी, बीमा पेपर, फिटनेस सर्टिफिकेट, पॉल्यूशन सर्टिफिकेट और वैध परमिट दिखाना अनिवार्य है. अधिकारियों का मानना है कि इससे यात्रियों को सड़कों पर कचरा फेंकने से रोका जा सकेगा. उत्तराखंड सरकार का यह कदम राज्य की खूबसूरती को बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है. उम्मीद है कि इस कदम से राज्य में आने वाले पर्यटक भी सहयोग करेंगे और राज्य की स्वच्छता को बनाए रखने में मदद करेंगे.

सिक्किम में भी यहीं नियम बना
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही सिक्किम सरकार ने राज्य की प्राकृतिक सुंदरता को बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए अब राज्य में आने वाले सभी पर्यटक वाहनों को अपने साथ कचरा बैग लाना अनिवार्य कर दिया है. पर्यटन और नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, यह कदम पर्यावरणीय स्थिरता के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समुदाय की भागीदारी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लिया गया है. जारी आदेश में यह भी कहा गया है कि यह टूर ऑपरेटरों, ट्रैवल एजेंसियों और वाहन चालकों की जिम्मेदारी होगी कि वे यात्री को कचरा निपटान के लिए कचरा बैग का उपयोग करने के बारे में सूचित करें.

Trending news