प्रेमी ने तड़पा-तड़पाकर मासूम को मौत के घाट उतारा, लेकिन प्यार में अंधी मां देती रही साथ
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प्रेमी ने तड़पा-तड़पाकर मासूम को मौत के घाट उतारा, लेकिन प्यार में अंधी मां देती रही साथ

एक मां प्यार में इस कदर अंधी हुई कि अपने मासूम को प्रेमी के हाथों मरने के लिए छोड़ दिया. दोनों ने हत्या को हादसा बताने की कोशिश की, लेकिन ज्यादा दिनों तक पुलिस से बच नहीं सके. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह उजागर हो गया कि 15 महीने के बच्चे को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था. 

फोटो: द सन

लंदन: एक महिला प्यार (Love) में इस कदर अंधी हो गई कि अपने मासूम बच्चे को तड़पता देखकर भी उसका दिल नहीं पसीजा. ब्रिटेन में रहने वाली इस महिला (British Woman) के प्रेमी ने उसके बच्चे को तड़पा-तड़पाकर मौत के घाट उतार दिया, लेकिन सजा दिलवाने के बजाये वो उसी का साथ देती रही. हालांकि, दोनों ज्यादा दिनों तक पुलिस से बच नहीं पाए. फिलहाल अदालत में उनके कर्मों की सुनवाई चल रही है.

  1. लंदन की रहनी वाली है आरोपी मां
  2. प्रेमी करता था बच्चे को प्रताड़ित
  3. अदालत में चल रही है सुनवाई 

वहशी मां को मिली सशर्त जमानत

‘द सन’ में छपी खबर के अनुसार, लंदन (London) में रहने वाली लुईस लेनन और उसके प्रेमी जैक ड्रमंड (Louise Lennon and Jake Drummond) पर 15 महीने के जैकब लेनन की हत्या का मामला चल रहा है. लुईस पर बच्चे की अनदेखी और उसकी हत्या की वजह बनने या उसकी अनुमति देने के आरोप लगाए गए हैं. जबकि प्रेमी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है. आरोपी मां को सशर्त जमानत मिल गई है. वहीं प्रेमी जैक ड्रमंड जेल की सलाखों के पीछे है. 

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पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोली पोल

मामले की सुनवाई के दौरान पुलिस ने अदालत को बताया कि बच्चे को लंबे समय से प्रताड़ित किया जा रहा था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि मासूम की मौत सिर पर गंभीर चोट लगने की वजह से हुई है. आरोपी मां और उसका प्रेमी यह साबित करने की कोशिश करते रहे कि बच्चे की मौत में उनका कोई हाथ नहीं है, लेकिन बच्चे के शरीर पर मौजूद प्रताड़ना के निशान उनकी हैवानियत बयां कर रहे हैं.

आरोपियों की कोशिश नहीं हुई सफल

मासूम की हत्या वाले दिन आरोपी मां ने 999 पर कॉल करके बताया था कि उसका बच्चा सांस नहीं ले रहा है. तुरंत मौके पर पहुंची मेडिकल टीम ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन डॉक्टर उसे बचा नहीं सके. आरोपियों ने बच्चे की मौत को सामान्य बताकर खुद को बचाने की कोशिश की, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने उनकी कोशिशों पर पानी फेर दिया. सरकारी वकील ने कोर्ट को बताया कि डॉक्टरों को बच्चे के शरीर पर कई ऐसे निशान मिले तो बताते हैं कि उसे लंबे समय से प्रताड़ित किया जा रहा था. फिलहाल कोर्ट ने अपना फैसला नहीं सुनाया है.  

 

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