Raccoon Dogs spread Coronavirus: अब तक माना जा रहा था कि चीन की वुहान मार्केट में चमगादड़ों के जरिए कोरोनावायरस फैला, लेकिन हालिया रिसर्च रिपोर्ट चौंकाती है. क्योंकि नई स्टडी कहती है कि रकून कुत्तों के जरिए कोरोनावायरस फैला. वुहान के बिकने वाले रकून कुत्तों के जेनेटिक सैम्पल में इसकी पुष्टि होने की बात कही गई है.
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China Corona History: कोरोना वायरस (Coronavirus) कहां पैदा हुआ कैसे पैदा हुआ और किस तरह दुनिया में फैला? इस रहस्य को लेकर एक नया दावा सामने आया है. कई लोगों का मानना है कि सार्स कोव 2 वुहान के हुआनान होलसेल सीफूड मार्केट में एक जानवर से मनुष्यों में फैला है. अन्य लोगों ने तर्क दिया है कि वायरस गलती से वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की एक लैब से लीक हुआ था. पिछले हफ्ते इसी बहस में एक पहलू और जुड़ गया जब यह रिपोर्ट सामने आईं कि महामारी की उत्पत्ति रेकून कुत्तों से जुड़ी हो सकती है जो बाजार में अवैध रूप से बेचे जा रहे थे.
तथ्यों की फिर से पड़ताल
कोविड वायरस के फैलने में हुआनन सीफूड होलसेल मार्केट की भूमिका की आधिकारिक जांच के हिस्से के रूप में एकत्र तथ्यों के पुन: विश्लेषण से यह बात सामने आई है. इस पुन: विश्लेषण पर काम कर रहे अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों की टीम (उत्तरी अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया से) ने WHO को सतर्क किया और द अटलांटिक में प्रकाशित एक लेख में इस विषय पर चर्चा की. और वैज्ञानिकों ने खुद अब इस मुद्दे पर एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें अधिक जानकारी दी गई है.
हुआनन बाजार
जनवरी 2020 में, जिसे हम अब सार्स कोव 2 कहते हैं, उसके पैदा होने के बारे में क्वींस यूनिवर्सिटी से संबंद्ध कॉनर जी जी बामफोर्ड ने अपनी टीम की रिसर्च में आए नतीजों को दुनिया से साझा किया है. 2020 की शुरुआत में ही, यह स्पष्ट हो गया था कि मध्य चीनी शहर वुहान (एक प्रमुख महानगर और यात्रा केंद्र) प्रकोप का केंद्र था. वुहान के भीतर, हुआनान सीफूड बाजार नजर में आया क्योंकि ये कई शुरुआती मामलों से जुड़ा था. लेकिन सभी नहीं. एक जनवरी 2020 को बाजार बंद कर दिया गया था, जानवरों को मार दिया गया था और साइट को कीटाणुरहित कर दिया गया था.
रैकून ने फैलाया कोरोना?
लगभग दो दशक पहले सार्स कोव 1 का उद्भव पशु व्यापार और पशु बाज़ारों से हुआ था (जिसके कारण सार्स, वायरल श्वसन रोग का व्यापक प्रकोप हुआ था). इसे देखते हुए सार्स कोव 2 की उत्पत्ति को लेकर संदेह पैदा हुआ.
सबूत सामने आए हैं कि हुआनन सीफूड मार्केट में जीवित स्तनपायी भी बेचे जाते थे, जिसमें एक लोमड़ी जैसा स्तनपायी भी शामिल था, जिसे रैकून कुत्ते के रूप में जाना जाता है, जिसके बारे में अब पता चला है कि वह सार्स कोव 2 के लिए अतिसंवेदनशील हैं.
बाद में महामारी विज्ञान और आनुवंशिक विश्लेषणों ने महामारी की उत्पत्ति के रूप में बाजार पर ध्यान केंद्रित किया, और यहां तक कि इसके भीतर विशिष्ट स्टालों पर भी ध्यान केंद्रित किया.
नई रिसर्च
टीम ने निष्कर्ष निकाला कि चीनी बाज़ार ने सार्स कोव 2 के शुरुआती प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन वे जानवरों से सीधे लिए गए नमूनों में वायरस का पता नहीं लगा सके. उन्होंने बताया कि पाए गए सभी वायरस सबूत मनुष्यों से जुड़े थे, और इसलिए यह संभावना थी कि वायरस बाजार में इंसानों द्वारा लाया गया था, जानवरों द्वारा नहीं, और इसलिए शायद महामारी कहीं और से शुरू हुई.
हालांकि, किसी भी आधिकारिक सहकर्मी समीक्षित प्रकाशन से पहले, इस काम का कच्चा डेटा गिसाइड नामक एक खुले वैज्ञानिक डेटाबेस पर जारी किया गया था. और वैज्ञानिकों के जिस समूह ने इस डेटा का फिर से विश्लेषण किया, उन्होंने वास्तव में सार्स कोव 2 और जानवरों, विशेष रूप से बाजार में रेकून कुत्तों के बीच संबंध पाया.
उन्होंने बाजार से कई नमूनों में जानवरों के डीएनए को सार्स कोव 2 के साथ मिश्रित पाया. कुछ सकारात्मक नमूनों में कोई मानव DNA नहीं था और ज्यादातर रेकून कुत्ते डीएनए थे. दुर्भाग्य से, एक जीवित रेकून कुत्ते से नमूने या तो नहीं लिए गए या रिपोर्ट नहीं किए गए वहीं आधिकारिक जांच में भी रेकून कुत्तों का जिक्र नहीं है.
यहां से कहां?
यह नवीनतम जानकारी पहेली का एक अतिरिक्त टुकड़ा है जो वुहान के पशु व्यापार से जुड़ी महामारी की उत्पत्ति का समर्थन करता है, यह अकाट्य साक्ष्य प्रदान करने की संभावना नहीं रखता है. हालांकि इस बात की संभावना नहीं है कि वैज्ञानिकों को कभी भी इस बात का ठोस सबूत मिल पाएगा कि कैसे सार्स कोव 2 ने मानव आबादी में प्रवेश किया.
(एजेंसी इनपुट)
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