ये धमाका बीते शनिवार को हुआ था, जिसमें 30 आतंवादियों की मौत हो गई थी. बड़ी संख्या में लोगों के मारे जाने के कारण इस मामले की जांच उच्च अधिकारी कर रहे थे. इसी जांच में सामने आया कि धमाका आईईडी फटने के कारण हुआ है. 6 लोग यहां लड़कों को बम बनाने की ट्रेनिंग दे रहे थे.
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काबुल: अफगानिस्तान (Afghanistan) की एक मस्जिद (Mosque) में बम (Bomb) बनाने की क्लास के दौरान हुए हादसे में अबतक 30 तालिबानी आतंकवादियों (Taliban Terrorists) की मौत हो चुकी है. अफगान नेशनल आर्मी के मुताबिक, मरने वालों में 6 विदेशी भी शामिल थे, जो बारूदी सुरंग बनाने में एक्सपर्ट थे.
बताया जा रहा है कि यही 6 लोग अन्य आतंकियों को दौलताबाद जिले के कुल्ताक गांव में स्थित मस्जिद में आईईडी (IED) और बम बनाने की लाइव ट्रेनिंग देने के लिए आए थे. इसी दौरान एक आईईडी अचानक फट गया और सभी आतंकी मौत की नींद सो गए. धमाका इतना बड़ा था कि सभी मृत आतंकियों की पहचान कर पाना भी मुश्किल हो रहा है. वहीं एक अन्य घटना में आईईडी फटने से कुंदुज प्रांत में दो बच्चों की मौत भी हो गई है.
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ये विस्फोट ऐसे समय पर हुए हैं जब पूरे अफगानिस्तान में तालिबान के हमले और हिंसा तेज हो गई हैं. पिछले कुछ सालों तक अफगानिस्तान का सबसे सुरक्षित हिस्सा माने जाने वाले बाल्ख प्रांत में भी अब तालिबानी आतंकियों की हलचल बढ़ गई है. वह भी तब जब अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने के लिए तालिबान और अमेरिका के बीच बातचीत चल रही है.
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दरअसल, तालिबान आतंकी मांग कर रहे हैं कि अमेरिका डोनाल्ड ट्रंप के समय हुए समझौते को माने और अफगानिस्तान से अपनी सेना को पूरी तरह से हटा ले. इस संबंध में जल्द ही 30 नाटो देशों के रक्षामंत्रियों की बैठक भी होने जा रही है. बताया जा रहा है कि इस बैठक में अफगानिस्तान में तैनात 9600 नाटो सैनिकों के विषय पर फैसला हो सकता है.
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