कोरोना से जूझ रहे दक्षिण कोरिया में रोगियों को झेलनी पड़ रही एक और मुश्किल
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कोरोना से जूझ रहे दक्षिण कोरिया में रोगियों को झेलनी पड़ रही एक और मुश्किल

चीन के बाद जिन देशों में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस फैला है उनमें साउथ कोरिया भी शामिल है. 

(फाइल फोटो रॉयटर्स )

सियोल:  दक्षिण कोरिया (South Korea) में कोरोना वायरस ( Coronavirus) से लड़ने के लिए इस्तेमाल में लाए जा रहे मोबाइल अलर्ट को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं. दरअसल कई रोगियों की पहचान सार्वजनिक होने और उनसे जुड़ी निजी जानकारियां सामने आने के बाद उन्हें खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. 

  1. दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस के 7,500 से अधिक मामले
  2. पिछले दिनों कोरोना वायरस के नए मामलों में आई गिरावट
  3. दक्षिण कोरिया में बड़े पैमाने पर लोगों के टेस्ट हुए हैं

गौतलब है कि दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस के 7,500 से अधिक मामले  की पुष्टि हुई है. चीन के बाद जिन देशों में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस फैला है उनमें साउथ कोरिया भी शामिल है. हालांकि पिछले कई दिनों से नए मामलों की संख्या में लगातार गिरावट देखी जा रही है. 

अधिकारियों का कहना है कि संभावित संपर्कों के व्यापक परीक्षण से संभव हुआ है - दक्षिण ने 210,000 से अधिक का संचालन किया है. देश भर में, स्थानीय अधिकारी उन जिलों में रहने वाले या काम करने वाले लोगों को मोबाइल फोन द्वारा आपातकालीन अलर्ट जारी कर रहे हैं जहां नए मामलों की पुष्टि हुई है.

मोबाइल मैसेज संदेश एक गंभीर चेतावनी के साथ आता है जिसमें  उन इलाकों का जिक्र होता हैं जहां कोरोना की पुष्टि होने से पहले मरीज गया था. इससे अधिक जानकारी नगर निगम की वेबसाइटों पर उपलब्ध होती है, कभी लोगों के  निवास और नियोक्ता के विवरण अक्सर लोगों को व्यक्तिगत रूप से पहचान योग्य बनाते हैं.

एक ऐसे देश में जहां लगभग हर कोई स्मार्टफोन का मालिक है, लोगों की निजी जानकारी सार्वजनिक  हो जाना लंबे समय से एक समस्या रहा हैं  जिसके परिणाम कभी-कभी शर्मनाक होते हैं, यहां तक ​​कि क्रूर भी. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इसे  "मानवाधिकार उल्लंघन" के रूप में वर्णित किया है.

राष्ट्रीय मानवाधिकार ने अपने बयान में कहा गया है, "हम मदद नहीं कर सकते लेकिन उस स्थिति के बारे में चिंता करते हैं जहां मरीज एक और नुकसान का सामना करते हैं जैसे कि आलोचना, उपहास और घृणा.

ऐसे ही एक मामले में दो रोगियों की ट्रैवल लॉग से जुड़ी जानकारियां सामने आने के बाद उनके बीच विवाहोत्तर संबंध होने के आरोप लगाए गए. 

सैमसंग इलैक्ट्रोनिक की एक अधिकारी जो की कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी उसे भी सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक कमेंट्स का सामना करना पड़ा. दरअसल उसके ब्यॉय फ्रेंड के एक विवादास्पद धार्मिक समुदाय-Shincheonji से जुड़े होने की जानकारी  सार्वजनिक हो गई थी. 

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