आ गया बिना सुई वाला टीका! दर्द भी नहीं होगा और चुटकियों में हो जाएगा काम
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आ गया बिना सुई वाला टीका! दर्द भी नहीं होगा और चुटकियों में हो जाएगा काम

टीकों का भविष्य क्या है? अब ये सवाल भी बड़ा है. वैज्ञानिकों ने एक 3D इंजेक्शन विकसित किया है यानी बिना सुई वाला इंजेक्शन. दावा किया जा रहा है कि मौजूदा टीके से ये ज्यादा इफेक्टिव होगा.

3D पैच प्रिंटेड माइक्रोनेडल टीका तैयार किया गया है.

नई दिल्ली: आने वाले समय में इंजेक्शन (Vaccine) के दर्द से छुटकारा मिल सकता है. हो सकता है कि भविष्य में बिना सुई वाला टीका लगे और इसकी खास बात यह है कि ये टीका मौजूदा इंजेक्शन से ज्यादा प्रभावी भी होगा. अब आप सोच रहे होंगे कि बिना सुई के टीका कैसे लग सकता है? तो आइए जानते हैं बिना सुई वाला टीका कैसे काम करेगा और इसकी खासियत क्या हैं. 

  1. भूल जाइए सुई का डर, आ गया है 3D इंजेक्शन
  2. पता भी नहीं चलेगा कब लग गया इंजेक्शन
  3. अमेरिका के कैलिफोर्निया में वैज्ञानिकों ने की स्टडी

सुई वाले इंजेक्शन से ज्यादा कारगर!

वैज्ञानिकों ने छोटे 3D पैच प्रिंटेड माइक्रोनेडल वैक्सीन (3D-Printed Microneedle Patch Vaccine) को विकसित किया है. ये वैक्सीन दर्द वाली सुई के अच्छे विकल्प के तौर पर देखी जा रही है. कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में इस टीके पर रिसर्च की गई है. चूहों पर किए गए परीक्षण के दौरान सुई वाले टीके की तुलना इस इंजेक्शन का 10 गुना ज्यादा इम्यून रेस्पॉन्स अच्छा रहा और 50 गुना अधिक टी-सेल और एंटीजन-स्पेसिफिक एंटीबॉडी रेस्पॉन्स पाया गया.

डॉक्टर, नर्स का नहीं करना होगा इंतजार

Dailymail की रिपोर्ट के मुताबिक, खास बात यह है कि इस इंजेक्शन को लगाने के लिए नर्स या डॉक्टर का इंतजार नहीं करना होगा बल्कि आप इसे खुद ही जरूरत पड़ने पर ले सकते हैं. सुई वाले शॉट की तुलना में ये दर्द रहित होगा. एक सिक्के से छोटे पॉलिमर पैच के इस टीके को कम डोज की आवश्यकता होगी. जिन लगों को 'सुई फोबिया' है उनके लिए तो बहुत राहत देने वाला होगा. सुई फोबिया को ट्रिपैनो फोबिया कहा जाता है, इसकी वजह से कई लोग कोरोना वैक्सीन नहीं लगवा रहे हैं. ऐसी परिस्थितियों में ये टीका बेहद कारगर होगा. 

इंसानों पर ट्रायल बाकी

हालांकि शोधकर्ताओं ने अभी तक इंसानों पर इस पैच का क्लिनिकल ट्रायल नहीं किया है. इंसानों पर क्लिनिकल ट्रायल के बाद इसके बाजार में आने का रास्ता खुल जाएगा. केमिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर और स्टडी के प्रमुख लेखक जोसेफ एम. डेसिमोन ने कहा, 'इस तकनीक को विकसित करने में, कम खुराक, दर्द से मुक्ति और सुरक्षा के तरीकों का खास ध्यान रख रहे हैं. ये दुनियाभर में बेहद कारगर हो सकती है.

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वैक्सीन पैच कैसे काम करेगा?

पॉलीमर माइक्रोनेडल वैक्सीन पैच एक CLIP प्रोटोटाइप 3D प्रिंटर का उपयोग करके प्रिंट किए जाते हैं. माइक्रोनेडल्स को वैक्सीन फ्लूड के साथ कोट किया जाएगा. स्किन की लेयर में एंट्री करने पर, वैक्सीन का फ्लूड डिजोल्व हो जाएगा. इस टीके के जरिए मांसपेशियों तक भी दवा पहुंच सकेगी.

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